राजकीय शोक में बंद रहे सरकारी स्कूल-दफ्तर..सरकारी दुकान में बिकती रही शराब

Shri Mi
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तखतपुर(टेकचंद कारड़ा)।प्रदेश में महामहीम राज्यपाल के निधन पर राजकीय शोक घोषित होने के बावजूद प्रदेश की शासकीय शराब दुकान खुलने पर कांग्रेसजनों ने विरोध दर्ज किया और जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र पाण्डेय ने कहा कि सरकार ने नैतिकता खो दी है एक ओर शोक प्रकट कर रही है दूसरी ओर आम जनता को शराब परोस रही है जिसका हम विरोध करते है। 14 अगस्त को प्रदेश के राज्यपाल माननीय बलरामदास टण्डन के निधन पर छत्तीसगढ़ राज्य में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजकीय शोक घोषित किया गया एवं 16 अगस्त को अंत्येष्ठी पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की।

इस अवकाश में शासकीय दफ्तरों के साथ साथ सभी निजी शैक्षणिक संस्थाएं भी बंद रहे। किंतु शासन द्वारा संचालित शासकीय शराब दुकानों में शराब बिकती रही और लोग शराब पीकर झुमते नजर आए इस व्यवस्था को देखकर महामहिम राज्यपाल के निधन पर हुए शोक पर गंभीर होने के बजाए शासन की इस व्यवस्था पर आक्रोश नजर आया। पूर्णत: शासन के नियंत्रण पर चलने वाली शराब दुकान का खुला रहना और लोगों को शराब परोसना पूर्णत: आपत्ति जनक नजर आया।

जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र पाण्डेय ने कहा कि शासन ने लोगों के साथ हर बार छल किया है एक ओर शोक पर अवकाश घोषित करते हुए आम जनता को अपने ही दुकान से शराब देते है। ऐसी सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नही है जनता को सरकार के ऐसी दोहरी मानसिकता को समझकर इस बार के चुनाव में सबक सिखना है।

जब सरकारी स्कूल बंद तो सरकारी शराब दुकान बंद क्यों नही
जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र पांडे ने कहा कि प्रदेश सरकार शोक का ढोंग कर रही है जब सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी है सभी शासकीय कार्यालय बंद है शासकीय राशन दुकान में राशन नहीं मिल रहा है तो सरकारी शराब दुकान क्यों खोल कर रखी है सरकार बनियागिरी भी आ गई है और उसे सिर्फ अपने स्वार्थ से मतलब है सरकार को गरीबों के राशन से मतलब नहीं है पर शराब की कमाई से मतलब है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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