रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह नेे गुरुवार को अपनेे निवास परिसर में ‘जनदर्शन’ कार्यक्रम में डेढ़ हजार से ज्यादा लोगों से मुलाकात की। इनमें से 744 लोग 94 विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों में शामिल थे, जिन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर सार्वजनिक समस्याओं और जरूरतों की जानकारी दी। इनके अलावा 834 लोगों ने उन्हें व्यक्तिगत समस्याओं के बारे में बताया। जनदर्शन में पंचायत प्रतिनिधियों और विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों के आग्रह पर 13 अलग-अलग निर्माण कार्यों के लिए मुख्यमंत्री ने कुल 45 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान कर संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए। उन्होंने चिकित्सा सहायता के अनेक आवेदनों पर भी तत्काल मंजूरी दी। प्राप्त सभी ज्ञापन और आवेदन मुख्यमंत्री के निर्देश पर निराकरण के लिए संबंधित विभागों को भेजे गए।जनदर्शन में मुख्यमंत्री से मिलकर गरियाबंद जिले के 28 आदिवासी किसानों को तत्काल एक बड़ी राहत मिली। इस जिले के ग्राम कसाबाय के इन किसानों के ज्ञापन पर मुख्यमंत्री ने त्वरित निर्णय लेकर उनके सिंचाई नलकूपों को बिजली का कनेक्शन दिलाने के लिए ग्यारह लाख 60 हजार रूपए की धनराशि तत्काल मंजूर कर दी। यह राशि बस्तर एवं दक्षिण क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण से छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कम्पनी को दी जाएगी। किसानों ने जनदर्शन में मुख्यमंत्री को बताया कि वर्ष 2013 में उन्होंने खेतों में नलकूप खनन कर लिया है। बिजली के लिए विद्युत वितरण कम्पनी से 11 लाख 60 हजार रूपए का डिमांड नोट मिला है, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे यह राशि जमा नहीं कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उनकी परेशानी को महसूस कर तत्काल राशि मंजूर कर दी। किसानों ने जनदर्शन में तत्काल मिली इस राहत के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। धमतरी जिले के गौरव ग्राम कण्डेल से आए छत्तीसगढ़ खेतिहर मजदूर संघ के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि संघ ने गांव में परस्पर सहयोग से सामुदायिक भवन का निर्माण कर लिया है, भवन परिसर में अहाता और शौचालय निर्माण के लिए दो लाख रूपए की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने जनसहयोग से सामुदायिक भवन निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए संघ के प्रतिनिधियों को बधाई दी और उनके आग्रह पर दो लाख रूपए तत्काल मंजूर कर दिए। डॉ. सिंह ने बेमेतरा जिले के ग्राम देउरगांव (विकासखंड साजा) से आए आदिवासी गोंड समाज के प्रतिनिधियों के आग्रह पर देउरगांव में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए भी स्वीकृति प्रदान कर दी। मुख्यमंत्री से जनदर्शन में बालोद जिले के गुण्डरदेही से नगर पंचायत के एल्डरमैन श्री रमेश चांडक के नेतृत्व में आए प्रतिनिधि मंडल ने भी मुलाकात की। श्री चाण्डक ने ज्ञापन सौंपकर ग्राम रेंगाकठेरा स्थित सिंचाई जलाशय और उसकी खाली जमीन को नगर पंचायत गुण्डरदेही को दिए जाने का आग्रह किया। उनका कहना था कि वर्तमान में इस बांध का उपयोग नहीं हो रहा है, जबकि गहरीकरण करके इसमें जल भराव बढ़ाया जा सकता है, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकता है। इसके साथ ही आस-पास के क्षेत्र में भू-जल स्तर भी बढ़ सकता है।
डॉ. रमन सिंह से जनदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य साक्षरता प्रेरक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने भी मुलाकात की। उन्होंने ज्ञापन सौंपकर बताया कि राज्य में स्वयंसेवी आधार पर लगभग 22 हजार साक्षरता प्रेरक वर्ष 2006-07 से कार्यरत हैं। उन्होंने सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया में साक्षरता प्रेरकों के लिए भी आयु-सीमा में कुछ रियायत दिए जाने की मांग की। डॉ. रमन सिंह ने उनके ज्ञापन पर स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव को परीक्षण के निर्देश जारी किए। इस मौके पर ‘प्रेक्टिशनर इन मॉडर्न एंड होलिस्टिक मेडिसीन’ चिकित्सक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर छत्तीसगढ़ मेडिकल कॉउंसिल में अपने पंजीयन का प्रावधान किए जाने का आग्रह किया। संघ के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ‘प्रेक्टिशनर इन मॉडर्न एंड होलिस्टिक मेडिसीन’ प्रमाण-पत्र धारक लोग ग्रामीण चिकित्सा सहायक के पदों पर प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्यरत है। उन्होंने इन पदों पर नियमित किए जाने और पद का नाम ग्रामीण चिकित्सा सहायक के स्थान पर ग्रामीण चिकित्सा अधिकारी अथवा सहायक चिकित्सा अधिकारी किए जाने का आग्रह किया। जिला मुख्यालय महासमुंद के संजय नगर से दीप महिला स्व-सहायता समूह के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से मिलकर समूह द्वारा संचालित अन्नपूर्णा दाल-भात केन्द्र के लिए चावल का आवंटन बढ़ाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उनके ज्ञापन पर अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए। जनदर्शन में संसदीय सचिव श्री मोतीराम चन्द्रवंशी भी उपस्थित थे।