अमर ने मनाया धूमधाम से रक्षा पर्व का त्योहार…बहनों ने बांधी राखी बांधी…रक्षा और प्यार का लिया वचन

BHASKAR MISHRA
3 Min Read
बिलासपुर— नगरीय निकाय मंत्री ने आम जनता के साथ रक्षाबंधन पर्व धूम धाम से मनाया। बहनों ने राखी बांधकर मंत्री भाई से रक्षा का वचन लिया। ऑटो वाली बहनो के अलावा ब्रम्हकुमारी संस्थान की बहनों ने मंत्री को जनकल्याण की दिशा में काम करने के लिए शुभकामनाएं दी।
                       सुबह से ही मंत्री अमर अग्रवाल के बंगले में रक्षा सूत्र बांधने बहनें पहुंची। निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने सभी बहनों से राखी बंधवाकर दुख और सुख में साथ निभाने का वचन दिया। रक्षा सूत्र बांधने पहुंची सभी आटो चलाने वाली बहनों से अग्रवाल ने परिवार और कामकाज की जानकारी मांगी। आटो चालन के दौरान किसी प्रकार की आ रही परेशानियों को लेकर चर्चा की।
                     महिलाओं ने बताया कि आटो चालन के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधरी है। आटो चालन करने वाली महिला बहनों ने कहा कि स्वच्छ्ता सर्वेक्षण 2019 में पिछले वर्ष की भांति इस साल भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
                          मालूम हो कि बिलासपुर शहर में महिलाएं पिछले तीन सालों से उद्यमिता प्रशिक्षण के बाद आटो चालन के क्षेत्र में है। शासन के प्रयास से सभी आटो चलाने वाली महिलाओं को किफायती दरो पर बैंक ने ऋण दिया है। आटो चालन के बाद महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार भी हुआ है।
                मंत्री अमर अग्रवाल के निवास पर राखी बांधने वालों में संतोषी साहू,संतुला देवी पाटले,हीरा कश्यप, कलेश्वरी साहू, रेखा देवांगन, चन्द्रकली चतुर्वेदी, संतोषी चन्द्राकर, मधु तिवारी, सुचिता दास, सुनीता समेत कई बहने मौजूद थीं।
                              राखी बंधवाने के बाद अमर अग्रवाल ने बताया कि रक्षा बंधन भाई बहन के बीच निःस्वार्थ पवित्र प्यार का त्योहार है। अमर ने भाई बहन के अटूट बंधन के प्रतीक रक्षा पर्व पर प्रदेश वासियो को बधाई दी।
ब्रम्हकुमारी वि वि की  बहनो ने बाँधी राखी
                प्रजापति ब्रम्हकुमारी संस्थान बिलासपुर की बहनो ने भी हर साल की तरह इस साल भी अमर अग्रवाल को रक्षासूत्र बांधकर जनसेवा की शुभकामनाएं दी। अमर ने भी बहनों की उम्मीदों पर खरा उतरने का आश्वासन दिया।
                    रक्षासूत्र बंधवाने के बाद अमर अग्रवाल ने बताया कि हम पांच भाई बहन हैं। शादी के बाद बड़ी बहन कलकत्ता की होकर रह गयी। व्यस्तता के कारण मुश्किल से बहन से रक्षाबंधन पर मुलाकात हो पाती है। लेकिन बिलासपुर की बहनों ने मेरी कलाई को कभी सूना नहीं रहने दिया। हर साल सोन पूजा के बाद प्रजापिता ब्रह्म कुमारी की बहनें राखी बांधा और भाई को आशीर्वाद भी दिया।
close