रामानुजगंज (पृथ्वीलाल केशरी )ऑनर किलिंग की सुपारी लेने वाले झारखंड के पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायालय के निर्देश पर जेल दाखिल करा दिया है। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल झारखंड के छतरपुर निवासी शगीर अंसारी 32 वर्ष अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम गैंग के सदस्य बतौर कार्य कर चुका है। मुंबई में एक बड़े कारोबारी की हत्या करने से वह पांच वर्षों तक मुंबई जेल में भी था। ऑनर किलिंग की घटना में शामिल एक अन्य आरोपी अजीमुल्ला अंसारी उर्फ अजमेर उर्फ रेहान बिहार के औरंगाबाद जिले के माली थानांतर्गत अशोक सिंह नामक व्यक्ति की हत्या का फरार आरोपी भी था। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि कंडा जंगल में 14 जुलाई को किशोरी की गोली मारकर हत्या के बाद उसकी पहचान झारखंड के छतरपुर थानांतर्गत ग्राम अमवा निवासी अकबर हुसैन की पुत्री सगुफ्ता परवीन उर्फ सोनम के रूप में हुई थी।
मामले की जांच के दौरान पता चला था कि गांव के ही भोला साव के साथ उसका प्रेम संबंध था। भोला साव की भी लातेहार के बारेसांड़ थाना के सुगाबांध के नजदीक हत्या की जानकारी मिलने के बाद झारखंड, बिहार पुलिस के सहयोग से जब जांच आगे बढ़ाई गई तो मामला ऑनर किलिंग का निकला।
सुपारी किलर ग्राम अमवा निवासी अजीमुल्ला उर्फ रेहान उर्फ अजमेर के कुछ दिनों पहले मृतका सोनम के पिता अकबर हुसैन के संपर्क में आने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने उसे धरदबोचा। कुख्यात शूटर अजीमुल्ला की गिरफ्तारी के बाद इस पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया और एक-एक कर घटना की सारी कड़ियां जुड़ती चली गईं। सुपारी की रकम लेनदेन करने में अजीमुल्ला की बहन नजमा खातून ने मदद की थी।
इन दोनों के अलावा छतरपुर निवासी कुख्यात बदमाश शगीर अंसारी,अमवा के इकबाल अहमद, जलाल अंसारी व जिन्नत हुसैन भी वारदात में शामिल थे। सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या व आर्म्स एक्ट का मामला कायम किया गया था। बुधवार को पस्ता थाना से घटनास्थल ले जाने के दौरान वाहन से कूदने पर विपरीत दिशा से आ रही पिकअप की चपेट में आने से हत्या के आरोपी इकबाल अंसारी की मौत हो गई थी। शेष पांच आरोपी अजीमुल्ला अंसारी उर्फ अजमेर उर्फ रेहान,शगीर अंसारी,जलाल अंसारी,जिन्नत हुसैन व नजमा खातून को गुरूवार को न्यायालय के आदेश पर जेल दाखिल कराया गया है। मृतका सोनम व उसका प्रेमी भोला साव 19 मई को भागने के बाद लगभग महीने भर तक इधर-उधर भटकते रहे।
सुनियोजित तरीके से अजीमुल्ला अंसारी ने पूर्व परिचित भोला साव व सोनम को अपने घर में लगभग 15 दिनों तक शरण दी थी। तब तक आरोपियों को सुपारी की रकम मिल चुकी थी। किशोरी और उसके प्रेमी की हत्या कर सौदा चार लाख में मृतका के पिता ने यह कहते हुए तय किया था कि उनकी बेटी ने उनके मान-सम्मान को ठेंस पहुंचाया है,जिस कारण दोनों को जीने का कोई हक नहीं है।अजीमुल्ला अंसारी के घर से किशोरी को लेकर भोला साव कहीं दूर ले जाने की जानकारी देकर निकला था।
चूंकि आरोपियों ने हत्या की सुपारी ले ली थी, इसलिए जलाल अंसारी,जिन्नत हुसैन व अजीमुल्ला द्वारा उनका पीछा किया गया और रमकंडा के जंगल में घेरकर रखा गया। हत्या को अंजाम देने के लिए शगीर अंसारी व इकबाल अंसारी को बुलाया गया था। शगीर अंसारी द्वारा कैश नामक शिक्षक से मदद मांग उसकी स्कार्पियो वाहन के चालक पहलवान को भी इस षड़यंत्र में शामिल किया गया था।
रमकंडा जंगल से हथियार के बल पर दोनों को बारेसांड़ थाना के सुगाबांध जलप्रपात के पास ले जाया गया था। यहां शगीर अंसारी ने भोला साव को गोली मारी एवं इकबाल अंसारी द्वारा चाकू से उसका गला रेंत दिया गया। यहां से सभी पस्ता थाना के कंडा जंगल पहुंचे थे और अजीमुल्ला ने किशोरी को गोली मार दी थी।