करोड़ों की सौगात का अधिकारियों ने किया अनादार…कांग्रेसियों ने कहा…विकास पगलाया ही नहीं..टूटकर विखर गया है

BHASKAR MISHRA
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  तखतपुर–( टेकचंद कारड़ा)– मुख्यमंत्री जब तखतपुर में करोड़ो रुपये की सौगात दे रहे थे तो आकाश में केवल तालियों की गूंंज सुनाई दे रही थी। मुख्यमंत्री जब कुछ दिन पहले अटल विकास यात्रा के दौरान विकास की गाथा कह रहे थे तो तखतपुर के लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो रहा था। लेकिन जैसे ही सीएम करोड़ों की सौगात देकर रवाना हुए..अधिकारी भूल गए कि लोकार्पण किए गए शिलालेखों की भी कभी जरूरत महसूस होगी। लेकिन उन्हें सहेजना ही भूल गए। सभी पत्थर अब टूट-फूट के साथ मैदान में पड़े हैं। जहां मुख्यमंत्री ने भूमिपूजन और लोकार्पण किया था।
                       एक तरफ प्रदेश के मुखिया विकास गाथा सुनाते प्रदेस का कोना कोना घूम रहे हैं। पिछले 15 सालों में प्रदेश ने कितना विकास किया। और आने वाले समय में क्या कुछ किया जाना बाकी है। घूम घूम कर जनता को बता रहे हैं। 5 सितम्बर को मुख्यमंत्री ने तखतपुर को करोंड़ों की सौगात दी है। इस दौरान उन्होने सामुहिक रूप से कई योजनाओं और विकास का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने शिलालेख के माध्यम से कार्यक्रम स्थल पर विकास का इबारत लिखी। लेकिन सीएम के रवाना होते ही अधिकारियों ने शिलालेखों का विनाश कर दिया।
                       पांच साल के कार्यकाल में मुख्यमंंत्री ने प्रदेश को क्या दिया…और आगे क्या कार्य योजना है..यह बताने के लिए डॉ.रमन सिंह विकास यात्रा के मायध्म से आम जनों के बीच पहुंच रहे है। जगह- जगह विकास की गाथा पढ़ रहे है। सीएम का विकास रथ जहां जहां पहुंच रहा है…वहां वहां क्षेत्र में विकास कार्याे का लेखा जोखा शिलालेख के माध्यम प्रद्धर्शित किया जा रहा है।
             विकास यात्रा के बाद संबंधित विभाग शिलालेख को कार्य स्थल पर लगाया जाएगा। लेकिन तखतपुर में सब उलट हो गया। मुख्यमंत्री 5 सितम्बर को विकास यात्रा में बिलासपुर जिले के तखतपुर पहुंचे । क्षेत्र को लगभग 272 करोड़ रूपए के कार्यो का सौगात मिली। विकास कार्यों के सभी शिलालेखों का मुखयमंत्री ने एक साथ कार्यक्रम स्थल पर लोकार्पण और भूमिपूजन किया। कार्यक्रम के बाद अधिकारी शिलालेख को संरक्षित करना भूल गए। मौके पर लगे टेंट शामियाने, बांस, बल्ली उखाड़ कर तो ले गए। लेकिन कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों का शिलालेख के जरिए लोकार्पण किया था..उन्हेंं लावारिस हालत में ही छोड़ दिया गया।
बिखरे पड़े है शिलालेख
        शिलालेख अभी भी बिखरे पड़े है..कई शिलालेख तो दो और तीन टुकड़ों में बंट गए है। बावजूद इसके इन शिलालेखों का अभी भी कोई सुध लेने वाला नहीं है। शिलालेख में अधिकांश तो कई टुकड़ों मेंं हो गए हैं। कई शिलालेखों पर गोबर, मिट्टी, कचरा पड़ा हुआ है। जबकि कार्यक्रम को केवल चार दिन ही बीते हैं। समझा जा सकता है कि विभाग के अधिकारी कितने लापवाह हैं। स्थिति को देखने से ऐसा लगता है कि विकास यात्रा को अधिकारियों ने केवल मजाक बनाकर रख दिया है। जिन स्थानों पर सभी शिलालेख लगने थे वह सभी  हाईस्कूल मैदान में टुकड़ों में विखरे पड़े हैं।
खेल प्रेमी निराश
               विकास यात्रा के दौरान  हाई स्कूल मैदान विकस यात्रा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद लगातार बारिश से खेल मैदान दलदल बन चुका है। जगह जगह पानी भरा हुआ है। खेल मैदान में चारों तरफ गिट्टी डाल दी गई है। समस्या यह है कि अब खेल मैदान किसी लायक नहीं रह गया है। मैदान में चारों तरफ गिट्टीयां बिखरी है। गिट्टियों पर  दौडऩा किसी भी खिलाड़ी के लिए मुमकिन नहीं है।
विकास यात्रा की पोल खुल गयी
                      जिला पंचायत सदस्य जितेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने यदि विकास किया होता तो अधिकारी शिलालेखों को जरूर सहेजते। लेकिन यहां तो विकास हुआ ही नहीं। सवाल उठता है कि क्या इन शिलालेखों को कागजों मे लगाते।  जब विकास हुआ ही नहीं तो शिलालेखों की जरूरत ही क्या है।
विकास पगला गया है
            कांग्रेस नेता शिवबालक कौशिक ने बताया कि शिलालेख को फेक कर चले जाना सरकार के विकास यात्रा की पोल खोल जैसा है। सच्चाई तो यह है कि  भाजपा का विकास पगला गया है। शिलाळेख की स्थिति तो देखने के बाद तो कुछ ऐसा ही लगता है।
स्थित दुर्भाग्यय जनक
                प्रदेश सचिव आशीष सिंह ठाकुर ने कहा स्थित दुर्भाग्यय जनक है। प्रदेश का मुखिया विकास की बात कह रहा है। और शिलालेख ही टूटे पड़े हैं।
 नाटक का समापन

पूर्व विधायक जगजीत सिंह मक्कड़ ने कहा कि प्रदेश में विकास के नाम पर नाटक खेला जा रहा है। टूटे हुए शिलालेख इसके उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने  लोकार्पण और भूमिपूजन कर करोड़ों का सौगात दिया। करोंड़ों की सौगात मैदान में ही टूट फूट कर बिखर गए हैं। जवाबदार अधिकारी पर प्रशासन कार्यवाही करे। नही तो कांग्रेस आंदोलन करेंगी।

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जांच कर कार्यवाही की जायेगी
बिलासपुर कलेक्टर पी दयानंद ने कहा कि विकासयात्रा के दौरान भूमिपूजन और लोकार्पण के शिलालेख अब तक हाई स्कूल मैदान में होने की जानकारी प्राप्त हुई है। जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
ये अतिथि थे
                तखतपुर अटल विकाश यात्रा में भाजपा और सरकार के दिग्गज नेता शामिल हुए थे।  कार्यक्रम में  मुख्य अतिथि  मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के अलावा पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर  की थी। विशिष्ट अतिथि लोकनिर्माण मंत्री राजेश मूणत, नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले संसदीय सचिव राजू सिंह क्षत्री, विधानसभा उपाध्यक्ष बद्रीधर दीवान, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, महिला आयोग अध्यक्ष हर्षिता पांडे , पूर्व उपाध्यक्ष नारायण चंदेल, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक साहू  जनपद पंचायत अध्यक्ष नूरिता कौशिक विशेष रूप से उपस्थित थे। जिनके नाम की शिलालेखों को खेल मैदान मे छोड़ दिया गया है
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