आदिवासी विकास परिषद का एलान…कांग्रेस का करेंगे समर्थन…शाह ने कहा..अंतिम लड़ाई लड़ रहा जोगी परिवार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष के.आर.शाह ने एलान किया है कि आदिवासी समाज कांग्रेस के साथ है। बिलासपुर में प्रेसवार्ता के दौरान शाह ने भाजपा पर आदिवासियों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया। सवाल जवाब के दौरान शाह ने बताया कि सरकार जूता चप्पल,टीफिन और मोबाइल के लिए बनती है। 22 अरब रूपए में तो प्रदेश के शिक्षा,स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचों का कायाकल्प हो सकता था। उन्होने कहा कि अजीत जोगी का परिवार इस समय अपनी अंतिम राजनैतिक लड़ाई लड़ रहा है।

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आदिवासी विकास परिषद अध्यक्ष  के·आर शाह ने भाजपा सरकार पर आदिवासियों पर अत्याचार करने  का आरोप लगाते हुए आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को साथ देने का एलान किया है। शाह का कहना है  कि जिस 22 अरब रुपए मे घूम घूम कर मोबाईल बांटा जा रहा है उन पैसों को यदि सरकार सरगुजा बस्तर और बिलासपुर में सिम्स और मेडिकल कालेजों में खर्च करती तो सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बन जाती। भाजपा की सरकार विकास के नाम पर जनता को मूर्ख बनाने का काम कर रही है।

                                 प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए के.आर.शाह ने कहा कि पिछले 15 सालों की भाजपा सरकार में बस्तर से लेकर सरगुजा तक आदिवासी समाज भय शोषण अन्याय अत्याचार बलात्कार कुपोषण और पलायन से जूझ रहा है। नक्सलवाद उन्मूलन के नाम पर स्वर्ग से सुंदर बस्तर को तबाह कर दिया गया है। भाजपा की सरकार माओवाद के बहाने आदिवासियो से जल जंगल और जमीन छीनकर अडानी, अम्बानी टाटा, वेदांत को देना चाहती है।

                           इसी को ध्यान में रखकर भूमि अधिग्रहण कानून विधानसभा में पास कराया । कानून के माध्यम से सरकार आदिवासियो के अस्तित्व को समाप्त करना चाहती है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह घूम-घूम कर मोबाईल बांट रहे है। सरकार 22 अरब रूपए खर्च कर रही है। यदि यही पैसा शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च करते तो कई सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल बन जाता। बिलासपुर के सिम्स, सरगुजा और बस्तर मेडिकल कालेज को विश्वस्तर का बनाया जा सकता था । यहां के लोग आज भी एमआरआई कराने अपोलो आस्पिटल पर निर्भर रहते है। सिम्स की सिटी स्केन मशीन साल में सौ दिन तो बंद रहती है।

         शाह ने बताया कि तीन सौ करोड़ रूपए में बस्तर संभाग के सात जिलों में डीपीएस स्कूल जैसे कई स्कूल बन जाते। प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति बदतर हो चुकी है। लेकिन सरकार मोबाईल, टिफिन और जूता चप्पल बांटकर जनता को मूर्ख बना रही है। क्या सरकार ऐसे ही कामों के लिए बनाए जाते है।

                      एक  सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि  भाजपा के आदिवासी नेता आदिवासी हितों की रक्षा करने में नाकाम साबित हुए है। प्रदेश में विकास केवल पूंजीपतियों और उद्योगपतियों का हुआ है। आदिवासी परिषद इस चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेगी। आदिवासी विकास परिषद ने सत्ता परिवर्तन यात्रा निकालने का फैसला किया है। यात्रा 28 अक्टूबर को शुरू होकर प्रदेश के 27 जिलों में भ्रमण करेगी। यात्रा में बताया जाएगा कि पिछले 15 सालों में दलित और पिछड़ी जातियों ने क्या खोया है।

 जोगी का कोई अस्तित्व नहीं

        एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि निश्चित रूप से अजीत जोगी के साथ उनके नजदीकी संबंध रहे है। लेकिन प्रदेश की जनता उनका काम भी देख चुकी है। अजीत जोगी और उसनका परिवार अपने राजनैति· जीवन की आखरी लड़ाई लड़ रहा है। पहले कांग्रेस में थे इसलिए उनका महत्व था। लेकिन अब न तो अजीत जोगी का वजूद है और न ही उनकी पार्टी का कोई अस्तित्व ही है। बसपा और जोगी कांग्रेस का गठबंधन भी प्रदेश की  राजनीति में असरदार नहीं है।

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