चूहा और कानून मंत्री में जंग…आखों में कटी सोमनाथ की रात…दवा खाने के बाद मूषकराज ने मचाया उत्पात

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— कांग्रेस और भाजपा को धूल चटाने के बाद दिल्ली में आप की सरकार बनने के बाद अरविन्द केजरीवाल और उनकी टीम की कार्यप्रणाली को भला कौन नहीं जानता। विपक्ष के बड़े-बड़े विपक्षी नेताओं को बगले झांकने को मजबूर कराने वाले दिल्ली  सरकार के पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती की रात को बिलासपुर के चूहों ने बिगाड़ दिया। चूहों ने इतना उपद्रव मचाया कि सुप्रीम कोर्ट के धाकड़ वकील और दिल्ली के आप विधायक सोमनाथ भारती को रात भर सोने नहीं दिया। आज दिन भर चूहा और सोमनाथ भारती की खबर चर्चा में रही।
                   मालूम हो कि दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री पिछले दो दिनों से पार्टी प्रत्याशी के प्रचार प्रसार को लेकर बिलासपुर प्रवास पर हैं। एक दिन पहले छत्तीसगढ़ भवन में अपना ठिकाना बनाया। दिन भर जनता,कार्यकर्ता और पत्रकारों से मिलने के बाद सोमनाथ भारती ने रात्रि विश्राम छत्तीसगढ़ भवन के व्हीआईपी सूट में किया। सुबह जानकारी मिली कि दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री को चूहों ने रात भर सोने नहीं दिया। बिलासपुर के उपद्रवी चूहों ने रात्रि भर इतना धमाल मचाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं को भी सोने का अवसर नहीं मिला।
         बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन के चूहों ने सोमनाथ भारती का जमकर स्वागत किया। चूहों की हरकत से सोमनाथ ही नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं की नींद हराम हो गयी। शहर के वीआईपी छत्तीसगढ़ भवन में बीती रात चूहे ने पूर्व कानून मंत्री की मेहमानी अच्छी नहीं लगी। फिर क्या था चूहों ने इतनी जबरदस्त ख़ातिरदारी की पूर्व कानून मंत्री की रात्रि आखों में बीती। आप कार्यकर्ताओं ने बताया कि चूहों ने भारती की दवा को भी अपना निवाली बना लिया।
                मामले में सोमनाथ भारती ने बताया कि वीआईपी कमरे में चूहे के खातिरदारी से इस कदर परेशान हुए कि रातभर उन्हें सोफा पर बैठकर या फिर चहल कदमी करना पड़ा। यद्यपि भारती ने चूहे की खातिरदारी को लेकर बहुत कुछ नहीं कहा..ना ही व्यवस्था पर चोट किया। लेकिन वीआईपी कमरे में चूहे की मौजूदगी को लेकर शहर में जमकर चर्चा है। मजेदार बात है कि सोमनाथ भारती की टीम ने भी चूहे को वाक ओव्हर नहीं दिया। सुबह तक कुछ चूहों को आप नेताओं ने पक़ड़ ही लिया।
              इस घटना के बाद कहीं ना कहीं छत्तीसगढ़ भवन के जिम्मेदार व्यवस्थापक कटघरे में जरूर आ गए हैं । कुछ लोग तो चुटकी लेने से बाज नहीं आ रहे हैं कि हो ना हो लेकिन इसमें राजनीतिक षडयंत्र से इंकार नहीं किया जा सकता है। मजेदार
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