रायपुर।पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा कांग्रेस कोर ग्रुप के सदस्य अरविंद नेताम ने कहा कि रामदयाल उइके कांग्रेस में रहकर डेपुटेशन में थे। डेपुटेशन खत्म हो गया तो भारतीय जनता पार्टी वापस चले गये। उन्होने जो भी प्रेस में अपने बात विचार रखे है उसमें कहा है कि कांग्रेस से दुखी होकर भारतीय जनता पार्टी में वापस आ गया हूं। उन्होने मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी शासन की कार्यशैली की प्रशंसा भी की है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा कांग्रेस कोर ग्रुप के सदस्य अरविंद नेताम ने कहा कि उइके जी एक वरिष्ठ विधायक है। कांग्रेस ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर ना केवल उन्हें सम्मानित किया बल्कि हर महत्वपूर्ण निर्णय में उन्हें शामिल रखा।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा कांग्रेस कोर ग्रुप के सदस्य अरविंद नेताम ने कहा कि रामदयाल उइके को इस बात की जानकारी है कि छत्तीसगढ़ आदिवासी समाज पिछले कुछ सालों से संवैधानिक मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। संभवतः उइके जी को यह भी जानकारी रही है कि आदिवासी समाज क्यों आंदोलित रहा है? फिर भारतीय जनता पार्टी शासन के कार्यप्रणाली की प्रशंसा करना उनको शोभा नहीं देता।
रामदयाल उइके बहुत अच्छे से जानते है कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने आदिवासियों का सिर्फ और सिर्फ शोषण किया है। इसका ताजा उदाहरण भूमि अधिनियम तथा पत्थलगड़ी था। ये तो आदिवासी समाज के सभी लोग एकजुट होकर सामाजिक स्तर पर तथा कांग्रेस पार्टी ने राजनीतिक स्तर पर आदिवासियों के हितों को सर्वपरि रखते हुये लड़ाई लड़ी, जिसका परिणाम हुआ कि अपने षड़यंत्र में भाजपा सरकार सफल नहीं हो पायी।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा कांग्रेस कोर ग्रुप के सदस्य अरविंद नेताम ने कहा कि श्री उइके को इस बात की जानकारी होगी कि भारतीय जनता पार्टी ऐसी पार्टी है जहां आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के नेताओं को अपनी बात खुलकर कहने की मनाही है। बोलने की स्वतंत्रता कांग्रेस पार्टी में है। भाजपा में जाकर कितना दुखरी होगे यह भविष्य में पता चलेगा। अपने इस कदम के लिये संभवतः पूरी जिंदगी पश्चाताप होगा।