आठ दिनों बाद खत्म हुआ अनशन..वसुन्धरा नगर की महिलाओं को मिला आश्वासन…दो महीने बाद होगा निर्णय

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—वसुन्धरा नगर सरकारी शराब दुकान के सामने लगातार हो रहे अनशन को महिलाओं ने खत्म कर दिया है। जिला प्रशासन और पुलिस की मध्यस्थता में आबकारी विभाग ने आश्वासन दिया है कि नए सत्र में निर्णय शराब दुकान हटाने को लेकर निर्णय लिया जाएगा।महिलाओं समेत कालोनीवासियो कों जिला आबकारी विभाग ने आश्वासन दिया है कि इस बीच सुरक्षा और संरक्षा की जिम्मेदारी हमारी होगी। आस पास ना तो चखना बेचा जाएगा। और ना ही किसी को कैम्पस के आसपास शराब पीने दिया जाएगा। समय समय और शिकायत मिलने पर आबकारी विभाग शराब दुकान की मानिटरिंंग करेगा…जरूरत पड़ने पर सख्त कार्रवाई भी करेगा।

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              आठ दिन बाद महिलाओं ने अनशन खत्म कर दिया है। मालूम हो कि पिछले एक सप्ताह से स्थानीय महिलाएं वसुन्धरा नगर के सामने देर रात्रि तक सरकार शराब दुकान हटाने को लेकर अनशन पर थीं। जिसे लेकर आबकारी विभाग चिंतित और परेशान था। लगातार प्रयास के बाद भी महिलाएं अनशन खत्म करने का नाम नहीं ले रही थी। गांधीगिरी करते हुए शराब प्रेमियों को अहाते में घुसने नहीं दे रही थीं। जाहिर सी बात है कि अनशन के चलते आबकारी विभाग को लगातार घाटा हो रहा था। साथ ही दबाब भी बन रहा था।

                  आज आबकारी विभाग के साथ जिला और पुलिस प्रशान ने मामले को गंभीरता से लिया। दोपहर बाद स्थानीय महिलाओं खासकर कांग्रेस नेत्री सीमा पाण्डेय,रूक्मणी दिवान और पुष्पा दुबे के साथ संयुक्त रूप से बातचीत हुई। आबकारी विभाग की तरफ से सहायक आयुक्त आबकारी विजय सेन शर्मा के निर्देश पर आशीष सिंह ने नेतृत्व किया। इस दौरान प्रशासन ने स्थानीय महिलाओं के साथ घंटों बातचीत की। साथ ही उनके मागों को गंभीरता से लिया।

आबकारी सलाहकार समिति की होगी बैठक

           जिला और पुलिस प्रसासन के अलावा अनशन पर बैठी महिलाओं को आबकारी दारोगा ने सहायक आयुक्त की बातों को सामने रखा। आशीष सिंंह ने बताया कि दुकान के स्थान का निर्धारण प्रशासन और शासन स्तर पर किया जाता है। दुकान खोलने के पहले बहुत सारी प्रक्रियाओं को पालन किया जाता है। दिसम्बर में सत्र खत्म होगा। इसके पहले जिला आबकारी सलाहकार समिति की बैठक होती है। दो महीने बाद बैठक होगी। इसी दौरान दुकान को लेकर विचार विमर्श किया जाएगा। जो भी निर्णय होगा उसका पालन किया जाएगा।

बढ़ाएंगे सुरक्षा अधिकारियों ने दिया नम्बर

              बातचीत के दौारन आबकारी विभाग ने आश्वासन दिया कि शराब दुकान के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ायी जाएगी। शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। स्पष्ट निर्देश होगा कि कोई भी व्यक्ति अहाते से बाहर शराब का सेवन नहीं करेगा। सड़क या आस-पास शराब सेवन को कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा। आस पास चखना का दुकान पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। शराब दुकान के आसपास दो पुलिस जवान हमेशा तैनात रहेंगे। बावजू इसके यदि कोई महौल को खराब करता है तो शिकायत कर्ता आबकारी दारोगा,विभाग,पुलिस विभाग और जिला प्रशासन को मोबाइल पर सीधे शिकायत करेंगे। शिकायत मिलते ही मौके पर जिम्मेदार पहुंच जाएंगे। इस दौरान आबकारी दारोगा आशीष सिंह,नायब तहसीलदार संध्या नामदेव और डीएसपी आशा सेने ने महिलाओं को अपना कान्टेक्ट नम्बर दिया। इसके अलावा प्रदर्शनकारी महिलाओं ने प्रशासन के साथ लिखित में आश्वासन को दर्ज किया।

दुकानदारों को समझाइश

                  स्थानीय महिलाओं की शिकायत पर जिला और पुलिस प्रशासन के साथ आबकारी प्रशासन ने दुकानदारों को सख्त लहजे में शर्तों को पालन करने का निर्देश दिया गया। दुकानदारों को बताया कि यहां किसी भी शराबी को चखना,गिलास या पानी ना दें। किसी को भी आसपास शराब पीने का सुझाव ना दें। संदेही व्यक्ति की तत्काल शिकायत गार्ड से करें। यदि गार्ड नहीं सुनता है या ग्राहक गार्ड की बातों को नहीं मानता है तो तत्काल मोबाइल पर अधिकारियों को बताएं।

सलाहकार समिति में रखेंगे बात…दुकान की वस्तुस्थिति से कराएंगे अवगत

              आबकारी सहायक आयुक्त विजय सेन शर्मा ने बताया कि महिलाओं की बातों को ध्यान से सुना गया है। दिसम्बर में जिला आबकारी सलाहकार समिति की बैठक होगी। बैठक में दुकान के मुद्दे को रखा जाएगा। बैठक में प्रदर्शन करने वाली महिलाओ और कालोनी की तरफ से नेतृत्व करने वाली किन्ही दो तीन महिलाओं को भी बुलाया जाएगा। सबकी बातों को सुना जाएगा। शासन को निर्णय से अवगत कराया जाएगा। ईमानदारी से वस्तुस्थिति को भी बताया जाएगा। जो भी निर्णय होगा उसका पालन होगा। उम्मीद करेंगे की महिलाओं की बातों को सुना जाए।

संभावना कम लेकिन दुकान नहीं खुलने देंगे…सीमा

            कांग्रेस नेत्री सीमा पाण्डेय ने कहा कि एक सप्ताह तक प्रदर्शन के कारण आबकारी विभाग को वित्तीय घाटा हुआ है। इसलिए दबाव में आकर अस्थायी समझौता करना पड़ा। हम ना चाहकर भी अस्थायी समझौता मान लिए हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सलाहकार समिति में मुद्दों को रखा जाएगा। प्रदर्शनकारियों में से कोई दो तीन लोग अपनी बात को रखेंगे। इसके बाद दुकान यहां से हटाया जाएगा। यदि नहीं हटाया जाएगा तो हम नए वित्तीय वर्ष में दुकान नहीं खुलने देंगे। इसके लिए यदि हमें उग्र प्रदर्शन करना पडा तो वह भी करेंगे। लेकिन वसुन्धरा नगर में दुकान नहीं रहने देंगे।

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