बिलासपुर— अपने व्यवहार और कामकाज को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कोटा अनुविभागीय अधिकारी इस बार वकीलों से विवाद को लेकर चर्चा में है। कोटा अधिवक्ता संघ ने आज कलेक्टर से मिलकर अनुविभागीय अधिकारी राजेन्द्र गुप्ता के खिलाफ जांच की मांग करते हुए अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है।
अधिवक्ताओं ने कलेक्टर से बताया कि एक प्रकरण के जानकारी लेने के दौरान एसडीएम गुप्ता ने वरिष्ठ अधिवक्ता को कार्यालय से अपमानित कर बाहर निकालने का आदेश दिया है। जो किसी भी सूरत में गैरसंवैधानिय और अन्यायपूर्ण है।
कलेक्टर से मिलकर कोटा अधिवक्ता संघ ने लिखित शिकायत कर बताया कि 9 सितम्बर को वरिष्ठ वकील निर्मल तिवारी बेलगहना उप तहसील में एक प्रकरण की जानकारी लेने गये थे। निर्मल तिवारी को एक वाद के लिए प्रकरण चाहिए था। इसी दौरान एसडीएम ने उन्हें चुटकी बजाते हुए बाहर जाने का रास्ता दिखाया।
निर्मल तिवारी ने बताया कि मैने इसे सहज में लिया लेकिन दुबारा एसडीएम ने कहा कि ऐ मिस्टर यहां से बाहर निकलों। उस समय मेरा जूनियर दिलहरण यादव भी साथ था। तिवारी ने बताया कि हम लोग वहां वाचक से एक पेशी के मामले में प्रकण की जानकारी ले रहे थे। जब एसडीएम ने हमे बाहर जाने को कहा उस दोरान करहीकछार के सैकड़ों ग्रामीण भी अन्दर बाहर थे।
तिवारी ने बताया कि मैने इस व्यवहार का जिक्र अपने वरिष्ठ अधिवक्ताओं से भी किया। अंत में निर्णय लेते हुए हम आपसे एसडीएम के इस व्यवहार की जांच और कार्रवाई के लिए आपसे गुहार लगा रहे हैं।
मेरे जीवन में ऐसा कभी नहीं हुआ—
मेरे जीवन में ऐसा कभी नहीं हुआ। मेरा व्यवहार भी सबके साथ एक सा रहा है। लेकिन किन कारणों को लेकर एसडीएम ने मुझे अपमानित किया। इसकी जांच होनी चाहिए। यदि किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती है तो अधिवक्ता संघ अपनी लड़ाई लड़ना जानता है।
निर्मल तिवारी..वरिष्ठ अधिवक्ता..कोटा