फेसबुक पर 30 हजार लोगों से रू-ब-रू हुए डा.रमन

Chief Editor
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रायपुर ।   छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने शनिवार को  फेसबुक पर जनता के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राज्य में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर शुरू किए गए शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत एक लाख 32 हजार शिक्षकों को अध्यापन कार्य में कौशल बढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। चिकित्सा व्यवसाय से जुड़ने के इच्छुक युवाओं को कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण दिलाने के लिए प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों और प्राइवेट अस्पतालों को भी इस योजना से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक और एक ग्यारह होने की भावना के अनुरूप राज्य और केन्द्र दोनों मिलकर कौशल उन्नयन के क्षेत्र में काम करेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने आज सवेरे अपने निवास कार्यालय में फेसबुक पर जनता के सवालों के जवाब दिए। सोशल मीडिया पर उनके साथ नागरिकों के सवाल-जवाब का यह पहला कार्यक्रम राज्य सरकार की कौशल उन्नयन योजना पर केन्द्रित रहा। डॉ. रमन सिंह देश के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने जनता से जुड़ी योजनाओं पर जनता के सवालों का जवाब देने के लिए फेसबुक जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल शुरू किया है। आज उन्होंने एक घंटे तक स्वयं फेसबुक पर प्राप्त सवालों के उत्तर दिए। इस दौरान जहां लगभग तीस हजार लोगों ने अपने-अपने फेसबुक पर इस कार्यक्रम को देखा, वहीं करीब 600 लोगों ने सवाल भेजे और कौशल उन्नयन के बारे में कई सुझाव भी दिए। डॉ. सिंह ने एक घंटे में 70 सवालों का जवाब देने के साथ-साथ शेष प्रश्नकर्ताओं और सुझाव देने वालों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सभी प्रश्नकर्ताओं के सवालों और सुझावों को नोट किया गया है। उन पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री से कैलीफोर्निया में रहने वाले छत्तीसगढ़ के कवर्धा निवासी  आशीष पाण्डेय ने नमस्कार करते हुए कहा – हमारे राज्य छत्तीसगढ़ में ऐसे अनेक लोग हैं, जिनके पास बुनियादी शिक्षा तो नहीं है, लेकिन किसी न किसी कार्य का कौशल उनमें बहुत है। उनकी कला को शिक्षित व्यक्ति सीखे और बदले में उनको शिक्षा प्रदान करे, क्या ऐसा काम कौशल उन्नयन के माध्यम से हो सकता है ?  मुख्यमंत्री ने सुदूर संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफोर्निया से सवाल करने वाले छत्तीसगढ़ निवासी श्री पाण्डेय को इन शब्दों में जवाब दिया – ‘‘छत्तीसगढ़ का कैलिफोर्निया को जय जोहार। आपके सुझाव के लिए हृदय से धन्यवाद। हमारे  प्रधानमंत्री  भी इस समय आपके राज्य (कैलिफोर्निया) में हैं और देश के कौशल उन्नयन के बारे में बात कर रहे होंगे।

इधर मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के ग्राम झाफल निवासी  भागीराम ,  राज्य के बैगा आदिवासी बहुल कबीरधाम जिले के  राकेश चन्द्रवंशी, अमर सिन्हा  , मिथिलेश देवांगन ,  डॉ. तेजकांत सोनकर ने फेसबुक पर मुख्यमंत्री से  सवाल किए और अपनी ओर से सुझाव दिए।
प्रवीण परिहार ने मुख्यमंत्री को कौशल विकास योजना के अंतर्गत सोलर पैनल बनाने का प्रशिक्षण दिलाने का सुझाव दिया। श्री परिहार ने लिखा – कितना अच्छा हो अगर घर-घर में बिजली पैदा हो और सरकार का भी काम हो।  मुख्यमंत्री का जवाब था – ‘‘ आपके सुझाव के लिए धन्यवाद। सौर ऊर्जा से संबंधित विभिन्न पाठ्यक्रम हमारे राज्य में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत मॉड्यूलर एम्प्लाएबल स्किल (एम.ई.एस.) पाठ्यक्रमों के रूप में पंजीकृत हैं। इस बारे में विस्तृत जानकारी हमारे वेबपोर्टल – डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट सीएसएसडीए डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन www.cssda.cg.nic.in से प्राप्त की जा सकती है। मुख्यमंत्री से पहला सवाल श्री विशाल सोनी का था। उन्होंने पूछा था -कहां-कहां खुलेगा कौशल विकास उन्नयन केन्द्र। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें जवाब दिया -‘‘राज्य के सभी 27 जिलों में कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण राज्य में पंजीकृत वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडर (व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाता) द्वारा जाता है। किसी भी संस्था द्वारा वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडर के रूप में पंजीयन कराने के लिए जिला कलेक्टर के कार्यालय या सी.एस.एस.डी.ए. कार्यालय बैरन बाजार रायपुर से सम्पर्क किया जा सकता है। ऑन लाइन जानकारी डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट सीएसएसडीए डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन www.cssda.cg.nic.in पर प्राप्त की जा सकती है।

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