

अजीत जोगी ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि भाजपा सरकार की निम्न सोच और कुटिल इरादों की जानकारी अनुसूचित जाति के लोगों को अच्छी तरह मालूम हो चुका है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने समाज के आक्रोश को रोकने साजिश के तहत् समाज के निर्दलीय प्रत्याशियों को खड़ा किया। इससे मतों का विभाजन हो गया। वोट कटुवा प्रत्याशियों के खडे होने से समाज को नुकसान और भाजपा को फायदा हुआ। षडयंत्र में कुछ हद तक भाजपा को सफलता भी मिली है। समाज के चंद जमीर फरोशों को खड़ा कर भाजपा ने अपने प्रत्याशी को लाभ जिताया। चुनाव में भी षडयंत्र की पुनरावृृत्ति हुई।
जोगी ने कहा कि ऐसा अप्रजातांत्रिक खेल और षडयंत्रकारी तमाशा भाजपा की ओछी रणनीति का हिस्सा है। समाज के नेताओं से अपेक्षा है कि वह भाजपा समेत साम्प्रदायिक ताकतों को करारा दें। भाजपा की बदनियती को समाज अवश्य बेनकाब करेगा। अनुसूचित जाति के आरक्षण को कम करने का परिणाम आगामी चुनाव में भोगना होगा।