अब इंजीनियरों को देना होगा टेस्ट.. पॉवर कम्पनी का फैसला..कम्पनी और उपभोक्ताओं को होगा फायदा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनी ने उपभोक्ताओं की सेवा सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आई.टी.सिस्टम को जमीनी स्तर पर विकसित करने का फैसला किया है। ताकि सहायक अभियंताओं को रेवेन्यू बिलिंग में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
 
                 पाॅवर कंपनी के कनिष्ठ अभियंताओं को अब कार्यालयीन कार्यों के बजाय मैदानी विद्युत विषयक कार्यों का निपटारा करना होगा। आईटी सिस्टम के ठीक ठाक होने से ग्रामीण-शहरी उपभोक्ताओं की विद्युत समस्याओं के निदान में आसानी होगी।
 
             सब-डिवीजन प्रणाली की शुरूआत होने से पाॅवर कंपनी के रेवेन्यू बिलिंग कार्य में तेजी आएगी। सूचना तकनिकी में सहायक अभियंताओं की कार्य क्षमता बढ़ेगी। इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए पहली बार  रायपुर में दक्षता परीक्षा का आयोजन किया गया।
 
               परीक्षा में प्रदेश के 167 सहायक अभियंताओं ने ऑन लाईन आई.टी.के सेप पद्धति में बिलिंग, नया कनेक्षन और  मटेरियल मैनेजमेंट को लेकर परीक्षा दी। दक्षता परीक्षा में कुल छः सहायक अभियंताओं ने शत प्रतिशत अंक हासिल किया। रमेश कुमार झा, यशोदा रौतिया खाण्डे, वासुदेव साहू, रविरंजन कुमार, राकेश साहू और नरेन्द्र नायक ने परिणाम को लेकर खुशी जाहिर की है।  परीक्षा नियंत्रक कार्यपालक निदेशक हर्ष गौतम ने बताया कि परीक्षा और प्रशिक्षण के बाद अभियंताओं ने स्वीकार किया कि आई.टी. के सेप पद्धति से कार्य करना बहुत  आसान है।
 
              हर्ष गौतम ने जानकारी दी कि परीक्षा में 50 प्रतिशत से कम अंक हासिल करने वाले अभियंताओं को फिर से परीक्षा होगी। ई-ट्यूटोरियल के माध्यम से विडियो-आडियो प्रशिक्षण सामग्री कंपनी के आंतरिक वेब साईट में अपलोड किया गया है।
 
            हर्ष गौतम ने जानकारी दी कि-सेप परीक्षा का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं की सुविधा में वृद्धि करना है। बिजली बिलिंग, नया कनेक्शषन कार्य को आसान करना है। मटेरियल मेनेजमेंट कार्य में तेजी लाने के साथ ही लेटेस्ट टेक्नालाॅजी के ज्ञान में वृद्धि करना है।

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