अमित ने कहा..नहीं खुलने देंगे एसीसी प्लान्ट..मरवाही में महामारी…रेणु जोगी का बयान…लोग गंदा पानी पीने को मजबूर

BHASKAR MISHRA
बिलासपुर— जनता कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी कोटा विधायक रेणु जोगी ने संयुक्त प्रेसवार्ता को लेते हुए प्रशासनिक कार्यप्रणाली सरकार पर निशाना साधा है। अमित जोगी ने प्रेसवार्ता में बिजली,पानी समस्या को पुरजोर तरीके से पत्रकारों के सामने रखा। उन्होने मरवाही की स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए  एसीसी प्लान्ट के प्रति सरकार की दरियादिली को चिंंता का विषय बताया। रेणु जोगी ने कहा कि मरवाही के ग्रामीण अंचलों ने महामारी फ्लू की शिकायत है। डाक्टर नहीं होने से गरीब मरीजों की जान खतरे में है।
                    मरवाही सदन में अमित जोगी और रेणु जोगी ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर सरकार की कार्यप्रणाली पर चिंंता जाहिर की है। अमित जोगी ने प्रेस वार्ता में बताया कि प्रदेश सरकार और एसीसी सीमेंट कम्पनी के बीच गहरी साँठगाँठ है। फ़र्ज़ी जनसुनवाई कर मस्तूरी को लूटने का प्रयास किया गया है। लेकिन हमने ग्रामीणों के साथ विरोध कर जनसुनवाई को निरस्त कर दिया है।
                    जोगी ने बताया कि छत्तीसगढ़ रत्नगर्भा धरती है।लेकिन यहां के लोग भूख,पानी और अन्य दैनिक जीवन उपयोग की वस्तुओं के लिए तरह रहे हैं। प्रदेश सरकार मल्टीनेशनल कम्पनियो से सांठगांठ कर खनिज संसाधनों को लुटा रही है। दिल्ली के एक अंग्रेज़ी अख़बार में पिछले महीने विज्ञापन देकर, 300 पन्ने की अंग्रेज़ी में रिपोर्ट तैयार कर सभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अंधेरे में रखकर जनसुनवाई का षड़यंत्र किया गया। मस्तूरी वासियों के आँखों में धूल झोंका गया। छत्तीसगढ़ की जनता प्यासी और खेत सूखे  है। लेकिन प्रदेश सरकार एसीसी कम्पनी को प्रतिदिन 3,30,000 लीटर पानी देने का निर्णय लिया है।
             जोगी ने बताया कि EIA रिपोर्ट के अनुसार प्रति वर्ष 39,00,000 टन चूनापत्थर मस्तूरी से निकाला जाएगा। 5000 एकड़ ज़मीन और प्रतिदिन 3,30,000 लीटर पानी के बदले में एसीसी कम्पनी क्षेत्रवासियों को एक कैंटीन, एक ऐम्ब्युलन्स और एक विश्राम-कक्ष देगी। एसीसी की ग़लत तरीक़े से जनसुनवाई और झूठी  EIA रेपोर्ट पेश करने पर सरकार के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होनी चाहिए । रने की बात कही।
                                       जोगी ने कहा कि क़ानूनी प्रावधानों के अनुसार खदान खोलने और जनसुनवाई के पहले कम्पनी को मस्तूरी क्षेत्र में ‘ व्यापक प्रचार-प्रसार’ करना था। लेकिन कम्पनी ने दिल्ली से प्रकाशित अंग्रेज़ी अख़बार The Times of India में पिछले महीने विज्ञापन दिया। जिसकी जानकारी यहां के लोगों को नहीं है। क्योंकि अखबार को यहां के लोग पढ़ते ही नहीं।  300 पन्ने की पर्यावरण पर EIA रिपोर्ट भी अंग्रेज़ी में बनाई गयी है। ताकि लोग उसे समझ ही न सकें।
                         जोगी ने प्रेसवार्ता में बिजली की समस्या पर अपनी बातों को रखा । उन्होने कहा कि बिजली और विचारधारा की लड़ाई है। मड़वारानी बिजली पावर हाउस सर्वाधिक महंगी बिजली देता है। आश्चर्य की बात है कि जिस राज्य में रिकार्ड तोड़ बिजली उत्पादन की बात की जा रही है। मड़वा पावर हाउस से दुनिया की सबसे महंगी बिजली बिकती है।  जोगी ने कहा कि कांग्रेस ने  बिजली बिल हाफ का वादा कर सरकार तो बना ली।  लेकिन बिल तो हाफ नहीं हुई..हां बिजली जरूर हाफ हो गयी है।
                       अमित जोगी और रेणु जोगी ने मरवाही के स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जाहिर की। दोनों नेताओं ने कहा कि प्रशासन का दावा है कि मरवाही में लोगों की बीमारी और मौत की वजह लू है। सच्चाई तो यह है कि बीमारी और मौत की वजह लू नही फ्लू है। जो सरकारी लापरवाही का जीता जागता नमूना है। अमित और रेणु जोगी ने बताया कि सरकारी और स्वास्थ्य की पेयजल रिपोर्ट में जमीन आसमान का अंतर है। पानी में ईश्चिरीचिया कोलाई की मात्रा सामान्य पानी से कही अधीक दस से बीस गुना है। यही कारण है कि मरवाही की जनता उल्टी दस्त और महामारी की चपेट में है। जनता जहरीला पानी पीने के लिए मजबूर है। सरकार रिपोर्ट में लीपा पोती कर रही है।
  जरूरी है कि सरकार शहर की तरह ग्रामीण क्षेत्रोें में भी साफ पानी की नियमित व्यवस्था करे। .हम जानते है कि सरकार दीवालिया हो चुकी है। वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। बावजूद इसके सरकार रिपोर्ट की लीपापोती से ज्यादा ध्यान लोगों की समस्या को दूरद करने में लगाए। डाक्टरों की व्यवस्था करे। क्योंकि मरवाही में डाक्टरों की भारी कमी है।
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