बिलासपुर—छत्तीसगढ़ में होने वाले आईपीएल मैच को लेकर मरवाही विधायक अमित जोगी ने कहा कि प्रदेश में पानी को लेकर त्राहि त्राहि मची है। अकालग्रस्त छत्तीसगढ़ में लोगों को पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। ग्रामीण और वनांचलों में लोग पानी के लिए दर दर भटक रहे हैं। मरवाही में जल संकट विकराल रूप ले चुका है। ऐसे में राज्य सरकार मैदान को लाखों लीटर पानी कहां से देगा।
जोगी ने कहा कि जल संकट की वजह से दो अन्य भाजपा शासित राज्य महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश ने आईपीएल कराने से मना कर दिया है। हमारी सरकार महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में निरस्त हुए आईपीएल मैचों को रायपुर लाने की जुगत में है । ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री आईपीएल.9 के पोस्टर बॉय बनने की होड़ में हैं।
अंतर्राष्ट्रीय पिच मापदंडों के विषय में जानकारी देते हुए अमित जोगी ने कहा कि मैदान को गीला करने कम से कम 3 लाख लीटर पानी की आवश्कयता होती है। ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैंडर्ड्स के अनुसार एक व्यक्ति को दिन में लगभग 135 लीटर पानी की आवश्कयता होती है। इस हिसाब से पिच के रखरखाव के लिए जो पानी दिया जा रहा है उससे लगभग 2222 लोगों को पानी उपलब्ध कराया जा सकता है।
जोगी ने कहा कि पानी का उपयोग पहले पीने के लिए फिर खेती के लिए और फिर बाकी कामों के लिए होना चाहिए । छत्तीसगढ़ में लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है। मैदान की निस्तारी के लिए रोज 3 से 4 लाख लीटर पानी छोड़ा जा रहा है। इतना ही नहीं परसदा के आसपास के गाँवों के जिन किसानों ने स्टेडियम के लिए जमीन दी आज उनको पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है।
जोगी ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार पहले लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था करे। उसके बाद खेतों की सिंचाई के लिए पानी दे। फिर आईपीएल को पानी दिया जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे।
जोगी ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द कोई निर्णय नहीं लिया तो वे ग्रामीणों के साथ फावड़ा गैती लेकर स्टेडियम के आस पास खुदाई कर देंगे। मैच नहीं होने देने का हरसंभव प्रयास करेंगे।