बिलासपुर—पोस्ट ग्रेजुएशन की मान्याता को लेकर आज तीन सदस्यीय टीम निरीक्षण करने सिम्स पहुची। टीम ने सर्जरी, गायनिक और आर्थोपेडिक वार्ड के साथ ही कॉलेज लैंब का निरीक्षण किया। टीम के अचानक पहुचने से सिम्स प्रबंधन काफी परेशान नजर आया। मालूम हो कि सिम्स प्रबंधन ने पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री के लिए 150 सीटों की मांग की है। व्यवस्था के मद्देनजर आज एमसीआई की टीम ने अचानक सिम्स पहुंचकर औचक नीरिक्षण किया।
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान में नये सत्र के लिए पीजी की 150 सिटो की मान्यता को लेकर पिछले कुछ महिनो से लगातार एमसीआई की टीम बिलासपुर का भ्रमण कर रही है। आज अचानक एमसीआई की टीम ने सिम्स की सुविधाओं का औचक निरीक्षण किया। टीम में कोलकत्ता मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर उज्जवला भट्टाचार्य सर्जरी विभाग, डॉक्टर पीके कसर कम्युनिटी मेडीसिन एनएससीबी मेडीकल कॉलेज, बेलगाम मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर शशिकांत निकम सिम्स पहुचे।
टीम ने सिम्स के डॉक्टरो के साथ गायनिक विभाग का निरीक्षण किया। डॉक्टर विभा बघेल से गायनिक विभाग की जानकारी ली। सिम्स के प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर रविकांत दास के साथ महिला और पुरूष आर्थो वार्ड का टीम ने जायजा लिया। इस दौरान टीम के साथ डॉक्टर कश्यप भी मौजूद थे। कॉलेज में चल रही कक्षाओं और लैंब की जानकारी टीम को दी गयी। सिम्स के डीन विष्णु दत्त ने बताया कि इस वर्ष 150 सीटो के लिए मान्यता मिलना तय है। इस दौरान टीम ने निरीक्षण के दौरान वार्डो में पसरी गंदगी को देखकर नाराजगी जाहिर करते हु प्रबंधन को सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा।