कलामः भारत के महान शिल्पकार

बिलासपुर—-तत्ववेत्ता और ऊर्जा का कुंभ महान शिक्षाविद और राजनीति को नई दिशा देने वाले भारत माता के रत्न मिसाइल मैन को प्रदेश के वासी हमेशा याद रखेंगे। स्वर्ग निर्माण में शायद महान शिल्पकार कलाम की जरूरत थी इसलिए ईश्वर ने हमसे उन्हें हमेशा के लिए छीन लिया। निकाय मंत्री अमर अग्रवाल ने अश्रुपरित श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि महामहिम कलाम एक समग्र् इंसान के कारण ही भारत के माता लाड़ले सपूत कहे गए। उन्होंने अपने जीवन का एक एक छण जनहित और देश को अर्पित किया। ऐसा महामानव इस दुनियां में आज से पहले विरला ही देखा गया। अमर अग्रवाल ने कहा कि मिसाइल मैन का नाम 21 वीं सदी के भारत निर्माण में सबसे अग्रिम पंक्ति में लिया जाता है और जाता रहेगा।
निकाय मंत्री ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि विज्ञान के नित नए आयाम के साथ धर्म, कला, संस्कृति के रहस्यों को वास्तविक और नए स्वरूप में जिस तरह परिभाषित किया है ऐसा अब के पहले किसी राजनेता या विद्वानों ने नहीं किया। जिसने भी उन्हें पढ़ा, देखा, सुना वह उनका ही हो गया। भारत मां उनके निधन पर आंसु बहा रही है। देश का एक-एक नागरिक आज अपने आप पर विश्वास नहीं कर रहा है कि आखिर हमसे कौन सी गलती हो गयी कि ईश्वर ने हमसे उन्हें छीन लिया।
रूधें गले से अमर अग्रवाल ने कलाम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महामहिम ने भारतीय लोकतंत्र को अपनी निर्वाध कार्यशैली से वैश्विक ऊंचाई देने वाले कलाम का जीवन का एक-एक पल सदियों तक भारतीय जनमानस को मार्गदर्शन करेगा। वे भारतवासियों के हृदय में हमेशा विराजमान रहेंगे।