कलेक्टर मित्तर ने कहा-बेहतर संचालन की जवाबदारी निभायें शिक्षक,बिलासपुर के 3 हिन्दी माध्यम के स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में हुआ उन्नयन

Chief Editor
3 Min Read

बिलासपुर।अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिये बिलासपुर के 3 हिन्दी माध्यम के स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में उन्नयन किया गया है। इन स्कूलों के संचालन के लिये गठित साधारण सभा की संयुक्त बैठक आज कलेक्टर डाॅ.सारांश मित्तर की अध्यक्षता में प्रार्थना सभा भवन में आयोजित की गई।
कलेक्टर ने इन स्कूलों को बेहतर संचालन के लिये प्राचार्यों और शिक्षकों को महत्वपूर्ण जवाबदारी निभाने कहा। कलेक्टर ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने के इच्छुक बच्चों और उनके पालकों को प्राईवेट स्कूलों के ऊपर निर्भर रहना पड़ता है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

इसको ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा अंग्रेजी मीडियम स्कूल संचालित करने की योजना लायी गयी है। शिक्षकों के लिये यह गर्व की बात है कि उन्हें छत्तीसगढ़ शासन की इस योजना में भागीदारी करने का मौका मिल रहा है। अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, साफ-सफाई और स्कूल भवन के बेहतर रख-रखाव, व्यवस्था और अनुशासन से परिणाम भी बेहतर आएगा, इसका ध्यान रखना होगा।

लाॅटरी पद्धति से मिलेगा प्रवेश
अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में क्लास-1 से लेकर क्लास-12 तक के कक्षाओं में लाॅटरी पद्धति से विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। प्रत्येक क्लास में 40-40 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। क्लास-1 से 5 तक हिन्दी या अंग्रेजी मीडियम से पढ़े बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। किंतु क्लास-6 एवं ऊपर के सभी कक्षाओं में केवल अंग्रेजी मीडियम से पढ़े बच्चों को ही प्रवेश दिया जाएगा। इन स्कूलों में सभी कक्षाओं में प्रवेश के लिये 2939 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिनका परीक्षण किया जा रहा है।

जिसके बाद 8 जुलाई को शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला तारबाहर, 9 जुलाई को लाला लाजपतराय शाला और 10 जुलाई को मंगला उच्चतर माध्यमिक शाला में लाॅटरी पद्धति से विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। इन स्कूलों में शिक्षकों का चयन प्रतिनियुक्ति द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ अतिरिक्त स्वीकृत पदों के अनुसार अतिरिक्त कक्षाएं भी प्रस्तावित की गयी हैं। इन सभी प्रस्तावों का साधारण सभा में अनुमोदन किया गया।

बैठक में नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक भार्गव, संदीप चोपड़े, अखिलेश मेहता सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी, संबंधित स्कूलों के प्राचार्य एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।

close