बिलासपुर—भारत स्वच्छता अभियान की केन्द्रीय टीम साफ सफाई व्यवस्था का जायजा लेने बिलासपुर पहुंची। निगम ने टीम के आने की खबर को काफी गोपनीय रखा। बावजूद इसके कांग्रेसियों को भनक लग गयी। उन्होने केन्द्रीय टीम और निगम प्रसासन के फैसले का विरोध किया। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया है कि टीम की बिलासपुर पहुंचने की जानकारी को जानबूझकर दबाया गया है। हमने इसका विरोध किया है। बहरहाल केन्द्रीय टीम ने गुपचुप तरीके से तिलकनगर और बृहस्पतिबाजार की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया।
भारत स्वच्छता अभियान की केन्द्रीय टीम आज दिल्ली से बिलासपुर पहुंची। टीम ने बृहस्पति बाजार और तिलकनगर क्षेत्र पहुंचकर साफ सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। निगम इंजीनियर पी के पंचायती के साथ टीम ने साफ सफाई व्यवस्था के लिए किये गए सभी जरूरी उपायों को बेहतर बताया। कुछ कर्मचारियों ने बताया कि निरीक्षण के पहले निगम प्रशासन ने तिलकनगर और बृहस्पति बाजार क्षेत्र से गंदगी का नामो निशान मिटा दिया। जगह जगह डस्टबिन और बोर्ड लगा दिए।
निरीक्षण के दौरान केन्द्रीय टीम ने पाया कि गीला और सूखा कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन की व्यवस्था की गयी है। टीम को बृहस्पति बाजार और तिलकनगर क्षेत्र में गंदगी का नामों निशान नहीं मिला। टीम ने डोर.टू. डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था का भी मुआयना किया।
निरीक्षण के दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने केन्द्रीय टीम का विरोध किया। कांग्रेसियों ने कहा कि कांग्रेसी पार्षदों को महापौर ने टीम को जानबूझकर दूर रखा। आम जनता को भी अंधरे में रखा गया। ऐसा सिर्फ बजट हासिल करने के लिए किया गया है। कांग्रेसियों ने केन्द्रीय टीम का विरोध कर बताया कि टीम चाहे तो हम उन्हें बिलासपुर की सफाई व्यवस्था का दर्शन कराना चाहेंगे। बिलासपुर दर्शन के बाद केन्द्रीय टीम को अहसास हो जाएगा कि बिलासपुर में सफाई व्यवस्था के नाम पर कुछ किया ही नहीं गया।
बहरहाल केन्द्रीय टीम ने बिलासपुर की सफाई व्यवस्था पर संतोष जाहिर किया है। जानकारी के अनुसार रिपोर्ट केन्द्र सरकार के सामने पेश किया जाएगा। मालूूम हो निगम ने शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी हैदराबाद की कंपनी रामको को दिया है। प्रारम्भ में कंपनी शहर के सभी घरों से कचरा उठाकर ठिकाने लगाएगी। बाद में सफाई व्यवस्था में स्थानीय ठेकेदारों को भी शामिल किया जाएगा। नगर निगम ने कुछ मोहल्लों की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी तीन एनजीओ को दिया है।