नसबन्दी काण्ड—पांच नेताओं को मिली जमानत

बिलासपुर— जिला कोर्ट से नसबन्दी काण्ड मामले में आज अभय नारायण राय, राकेश सिंह, रामा बघेल, गजेन्द्र श्रीवास्तव और बाबा खान को जमानत मिल गयी है। नसबन्दी काण्ड के दौरान कांग्रेस पांच नेताओं पर मंत्री का रास्ता रोकने, भीड़ इकठ्ठा कर अपोलो और सिम्स में अव्यवस्था उत्पन्न करने, सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप था। दस महीने पहले हुए नसबन्दी काण्ड में कांग्रेसियों के खिलाफ भाजपा नेता ऋषि केशरी की शिकायत पर सिटी कोतवाली में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने सभी पांचों नेताओं को फरारी बताकर कोर्ट से वारंट जारी करवाया । मामले की सूचना लगती ही आज पांचों नेताओं का कांग्रेस ने जिला सत्र न्यायालय पहुंचकर जमानत लिया ।
मालूम हो कि दस महीने पहले पेन्डारी नसबन्दी काण्ड के दौरान 15 से अधिक लोगों की आपरेशन के बाद मौत हो गयी थी। पेन्डारी में किए गये आरपरेशन से प्रभावित सैकड़ों मरीजों का सिम्स अपोलो जिला अस्पताल समेत विभिन्न चिकित्सालयों में इलाज किया गया। घटना के पहले दिन सिम्स में कांग्रेसियों ने स्वास्थअय विभाग की लापरवाही मानते हुए धरना प्रदर्शन किया था। इस दौरान तात्कालनीन स्वास्थ्य मंत्री को घेरने का प्रयास भी किया गया। कांग्रेसियों का आरोप था कि मंत्री ने संवदेनशीलता का परिचय नहीं देते हुए मामले को हंसी टालने का प्रयास किया है। इस बात को लेकर कांग्रेसियों ने सिम्स के सामने ना केवल जोरदार प्रदर्शन किया बल्कि स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा भी मांगा था।
मालूम हो कि नसबन्दी काण्ड के बाद पूरा देश हिल गया था। कांग्रेस ने पेन्डारी से रायपुर तक महतारी यात्रा निकालकर मरने वालों के प्रति श्रद्धांजलि देते हुए मंत्रालय का घेराव भी किया था। सरकार ने इसके पहले अनीता झा के नेतृत्व में एकल आयोग का गठन किया। जांच के बाद रिपोर्ट देने को कहा। बहरहाल रिपोर्ट को विधानसभा में पेश किया जा चुका है।
रिषी केशरी की शिकायत पर सिटी कोतवाली ने कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय, राकेश सिंह, पार्षद रामा बघेल , पूर्व महामंत्री गजेन्द्र श्रीवास्तव, लोकसभा युवक कांग्रेस नेता बाबा खान के खिलाफ धारा 147,341 और 188 के तहत मामला दर्ज किया। कांग्रेसियों की माने तो इसकी जानकारी हमें नहीं थी। यदि होती तो हम जरूर गिरफ्तारी देते। लेकिन पुलिस ने कोर्ट को बताया कि यह सभी लोग फिलहाल फरार हैं। कोर्ट ने वारंट जारी कर पाचों को जल्द से जल्द पेश करने को कहा। इसके पहले आज शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर की अगुवाई में कांग्रेसियों ने जिला सत्र न्यायालय पहुंचकर पांचो नेताओं की ना केवल जमानत ली बल्कि मीडिया के सामने स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा।
न डरे हैं और ना डरेंगे– बोलर
केश कब दर्ज हुआ पता नहीं, हम फरार कब हुए पता नहीं, हमारी राजनैतिक गतिविधियां पहले की ही तरह चल रही हैं। वारंट से हम डरने वाले नहीं है। पहले भी न डरे हैं और ना अब डरेंगे। जनहित में हम और हमारी कांग्रेस पार्टी किसी प्रकार की कुर्वानी देने को तैयार है।
सत्ता के इशारे पर पुलिस कार्रवाई– अभय
समझ में नहीं आता कि आखिर भारतीय जनता पार्टी सरकार चाहती क्या है। हमने ना तो कानून तोड़ा और ना ही नसबन्दी के खिलाफ संवेदन हीनता ही दिखाई। जिसने संवेदन हीनता दिखाई उसके खिलाफ आज कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस सरकार के इशारे पर काम कर रही है। लेकिन बताना चाहुंगा कि हम ऐसे किसी धमकी से डरने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस गरीबों की लड़ेगी लड़ाई
कांग्रेस गरीबों की लड़ाई हमेशा लड़ेगी। सरकार कितनी भी कोशिश कर ले हम झुकने वाले नहीं हैं। आयोग को जो कहा गया था उसने वही रिपोर्ट तैयार किया। पुलिस भी वहीं की जो सरकार चाहती थी। कानून ने हमारे नेताओं को जमानत दे दिया है। हम पहले भी साथ होकर लोगों के लिए सड़क उतरे। आगे भी ऐसा ही करेंगे।