कानून को समझें..टूटते परिवार को बचाएं..कुटुम्ब न्यायाधीश सिदार ने कहा ..अन्यथा हम हो जाएंगे अकेले

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- महिलाएं कानून को समझे…टूटते परिवार को बचाएं। अन्यथा हम सब अकेले और अलग थलग हो जाएंगे। यह बातें नारी शक्ति संस्था के बैनर तले महिला दिवस को लेकर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि की आसंसदी से प्रमुख न्यायाधीश धनेश्वरी सिदार ने कही।
 
                         27 खोली में नारी नारीशक्ति संस्था के बैनर तले महिला दिवस के उपलक्ष्य में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रमुख न्यायाधीश धनेश्वरी सिदार ने शिरकत किया। अपने संबोधन में न्यायाधीश ने कहा कि महिलायें क़ानून को समझ कर टूटते परिवार को बचा सकती हैं। हम लोग बिखरते परिवार को बचाने का हर संभव प्रयास करते हैं। तलाक़ के मामले तेज़ी से बढ़ रहे है। आज समाज कहाँ जा रहा है। परिवार क्यों बिखर रहे है। सबके सामने बहुत बड़ा सवाल है। हमे समझना होगा कि लोगों को जोड़ने में संयुक्त परिवार ही भूमिका बहुत ही अहम है।
 
             यदि ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब हम अकेले रह जायेंगे। सबको समझना होगा कि हमको हर किसी की आवश्यकता है। इसलिए बेटियों को मजबूत बनाने में माँ पिता को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। 
 
           कुटुम्ब न्यायालय की प्रमुख न्यायाधीश धनेश्वरी सिदार ने बताया कि 2008 से हम लोग लोगों को जागरूक करने गाँव गाँव जाकर उपयोगी छोटे छोटे क़ानून का प्रचार प्रसार कर रहे है। कार्यक्रम के दौरान समाज सेविका डॉ सत्यभामा अवस्थी ने कहा आज तेज़ी से परिवार टूट रहे हैं। क्या कारण है समझना होगा बहुत जरूरी है। बेटे को बेटियों की और बेटी को बेटे का प्रशिक्षण देने की जरूरत है। क्योंकि आपसी सामान्यस्य से ही टूटते परिवार को बचाया जा सकता है।
 
              कार्यक्रम की शुरूआत में नारी शक्ति संस्था की अध्यक्ष डॉ उषा किरण बाजपेयी ने अतिथियों का फूल माला और श्रीफल से स्वागत किया।कोविड 19 में महति  भूमिका निभाने वाली डॉक्टर आरती पाण्डेय और डॉक्टर शकुन्तला जितपुरे को श्रीफल,शाल,माला से संस्था अध्यक्ष सम्मानित किया।
 
                 कार्यक्रम के आरम्भ में संस्था की सदस्य वर्षा अवस्थी ने परिवार की एकता को लेकर गीत का पाठ किया। संध्या शुक्ला ने महादेवी वर्मा की कविता को पढ़ा। ,डॉ संध्या तिवारी ने पुराने फ़िल्मी गानों गुनगुनाया। चन्द्र आर्या ने नृत्य पेश किया।
 
           कु अनूपमा मनिकपुरी औप डॉ संध्या तिवारी को विशेष ईनाम दिया गया। इस दौरान कई प्रकार के मनोरंजन कार्यक्रम भी पेश किए गए। सभी विजेताओं को मुख्य अतिथि के हाथों सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर उषा किरण बाजपेयी और आभार प्रदर्शन संध्या शुक्ला ने किया ।
 
             कार्यक्रम में पूर्व पार्षद अखिलेश बाजपेयी द्वारा संचालित संस्था में निशुल्क आटो मैटिक सिलाई कढ़ाईं सीखने वाली सभी बहनो का भी सम्मान किया गया। इस अवसर अवसर पर डॉ सुनीता बाजपेयी, डॉ रश्मि बाजपेयी, मंदाकिनी मिश्रा, पूर्व पार्षद अन्नपूर्णा तिवारी,किरण शुक्ला,वर्षा अवस्थी,श्वेता शास्त्री,भावना बाजपेयी,मंजु,अनुपमा मानिकपुरी, सरोजनी कोसले, रीता मानिकपुरी,गंगा साह,सुभद्रा ठाकुर,शशि सूर्यवंसी, इंदिरा,सरिता, सुमन ,सुनीता चौहान,एश्वर्या शास्त्री,राजेश्वरी श्रीवास, अंजु रजक, पूजा,ज्योति, नेहा, रीना, नेहा कौशिक, सृष्टि दुबे, पूनम यादव,पार्वती.शैलू बाई,लक्ष्मीन बाई,प्रीति सिंग,अनुशा शर्मा,सुषमा कौशिक.लता लारिया,क़िषन बाई,सेवती पुरी गोस्वामी समे काफ़ी संखिया में महिलाएं उपस्थित थी।

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