नईदिल्ली।चीन, ईटली, ईरान, दक्षिण कोरिया के बाद अब दिल्ली-एनसीआर में कोरोना वायरस के संक्रमण का एक और नया मामला सामने आया है। डिजिटल पेमेंट एप पेटीएम के एक कर्मचारी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।चीन, ईटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और दूसरे कई देशों के बाद अब भारत में भी कोरोना वायरस के मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। दिल्ली-एनसीआर में कोरोना वायरस के संक्रमण का एक और नया मामला सामने आया है।
गुरुग्राम में पेटीएम के एक कर्मचारी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसे मिलाकर देशभर में अबतक कोरोना वायरस से संक्रमण के 29 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 3 मरीज इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि खुद प्रधानमंत्री हर दिन हालात की समीक्षा कर रहे हैं।
इस वायरस से दुनिया भर में 3,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 90,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं। कल पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में भी कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात पर चर्चा की गई। कैबिनेट की बैठक के बाद केन्द्रीय मंत्री जावडेकर ने बताया कि पड़ोसी देशों नेपाल, भूटान और म्यांमार से लगी सीमा से भारत आने वाले दस लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
उन्होंने कोरोना वायरस से पैदा हुई स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए पहले सिर्फ पुणे स्थित नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में ही प्रयोगशाला का विकल्प मौजूद था, लेकिन अब लेब टेस्ट की सुविधा का विस्तार कर 15 और नई लैब शुरू की गईं हैं और 19 अन्य परीक्षण केन्द्र शुरू किए जाने की प्रक्रिया चल रही है।
वहीं कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात के मद्देनजर राष्ट्रपति भवन में इस बार पारंपरिक होली मिलन समारोह नहीं होगा। राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट कर बताया कि दुनिया भर में कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई चिंताओं के मद्देनजर एहतियातन यह कदम उठाया गया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी होली मिलन समारोह में शिरकत न करने की घोषणा की है। इतना ही नहीं, बीजेपी ने तो देशभर में कहीं भी होली मिलन समारोह न करने का फैसला किया है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य के प्रति सजग, सचेत और जागरुक रह कर ही इस वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सकता है।
एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वायरस से होने वाली मृत्यु दर बेहद कम 2 से 3 फीसदी है, साथ ही 80 फीसदी से अधिक मामलों में मामूली संक्रमण ही होता है। डॉक्टर गुलेरिया ने साथ ही कहा कि एम्स कोरोना वायरस की चुनौती से निबटने के लिए बिल्कुल तैयार है।