रायपुर।कोरोना वायरस के मद्देनजर छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र 25 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है।इससे पूर्व छत्तीसगढ़ विधानसभा का प्रश्न काल सोमवार को स्थगित कर दिया गया। प्रश्नकाल स्थगित करने का प्रस्ताव प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की ओर से पेश किया गया था। जिस पर सत्ता और विपक्ष के सदस्यों की टिप्पणियों के बीच स्पीकर डॉ चरणदास महंत ने प्रश्नकाल स्थगित कर दिया।अवकाश के बाद सोमवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र फिर शुरू हुआ ।प्रश्नकाल की शुरुआत में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोरोना वायरस की रोकथाम की चर्चा करते हुए प्रश्नकाल स्थगित करने का प्रस्ताव रखा ।इसे लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों के बीच टिप्पणियां की गई। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का कहना था कि प्रश्नकाल होना चाहिए। प्रदेश में अभी कोरोनावायरस को लेकर ऐसे हालात नहीं है कि विधानसभा में प्रश्नकाल स्थगित करना पड़े ।विधायक धर्मजीत सिंह ने भी प्रश्नकाल जारी रखने की बात कही।
विपक्ष के सदस्यों की टोका टाकी के बीच संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही चिंता नहीं है। देशभर में इस पर चिंता की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सार्क देशों से इस पर सहयोग करने की बात कही है ।साथ ही केंद्र सरकार की ओर से लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है ।ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री ने प्रश्नकाल स्थगित करने का प्रस्ताव किया है। जिससे प्रश्न काल स्थगित किया जाना चाहिए।
इस दौरान अजीत जोगी ने कहा कि जब देश में पार्लियामेंट चल रही है और मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही जारी है ।ऐसे में छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी प्रश्नकाल जारी रखना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने इस मुद्दे पर कहा कि करोना वायरस का फैलाव रोकने से संबंधित मुद्दा सभी के स्वास्थ्य से जुड़ा है ।इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने प्रश्नकाल स्थगित करने का प्रस्ताव रखा है। इस आधार पर प्रश्नकाल स्थगित किया जाता है।