बिलासपुर– स्वास्थ्य विभाग ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि बिलासपुर में कोरोना मरीजों का रिकवरी दर प्रदेश में सबसे अच्छा है। जबकि पिछली बार अन्तिम स्थान हासिल करने वाला जीपीएम जिला ने स्वास्थ्य सुधार में रिकार्ड बनाया है। रायपुर में कोरोना मरीजों का रिकवरी दर 10 स्थान फिसलकर 16 वां स्थान हो गया है। जबकि बस्तर में रिकवरी दर सबसे कम यानि अन्तिम स्थान पर है। स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट में बताया है कि प्रदेश में कोविड मरीजों का रिकवरी दर बेहतर हुआ है। पिछली बार जहां 62 प्रतिशत रिकवरी दर था..बढ़कर अब 69 प्रतिशत हो गया है।
पिछले एक सप्ताह से बिलासपुर में सर्वाधिक मरीज रायपुर और बिलासपुर समेत दुर्ग में दर्ज किए जा रहे हैं। लेकिन तीनों ही जिलों में मरीजो के स्वस्थ्य होने की दर में बहुत असमानता देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बिलासपुर में कोरोना मरीजों का रिकवरी दर अन्य जिलों से बहुत अच्छा है। सूची में बिलासपुर को पहला स्थान हासिल हुआ है। जबकि रायपुर दस स्थान पिसलकर 16 वें स्थान पर पहुंच गया है। नया जिला जीपीएम में मरीजों के रिकवरी दर में अप्रत्याशित उछाल आया है। मात्र दशमलव के फासले से बिलासपुर के बाद दूसरे स्थान पर काबिज है।
स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट में बताया है कि अभी तक बिलासपुर में कुल 7234 मरीजों में से 5968 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। इसमें 2383 मरीज हास्पिटल में और 3585 मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में किया गया। बिलासपुर का कुल रिकवरी दर 82 प्रतिशत है।
रिपोर्ट के अनुसार जीपीएम जिला का रिकवरी दर मात्र दशमलव में कुछ अंकों से बिलासपुर के बाद दूसरा स्थान है। यानि जीपीएम जिले में भी मरीजों का रिकवरी दर 82 प्रतिशत है। यहां दर्ज मरीजों की कुल संख्या 321 में 108 आस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके है। 154 का इलाज होमआइसोलेशन में किया गया है।
बताते चलें कि 24 सितम्बर के पहले रायपुर में मरींजों का रिकवरी दर 6 वां था। 24 सितम्बर की सूची में तीन स्थान पिसलकर 9 वां और 28 सितम्बर की रिपोर्ट के अनुसार राजधानी का स्थान पिसलकर 16 वां हो गया है। जानकारी देते चलें कि रायपुर में प्रदेश के सर्वाधिक 32829 मरीज पाए गए है। यहां कोरोना मरीजों का रिकवरी दर 66 प्रतिशत है।
28 सितम्बर की रिपोर्ट में बताया गया है कि सूची में बस्तर का स्थान अंतिम यानि 28 वां है। यहां कोविड मरीजों का रिकवरी दर सबसे कम 45 प्रतिशत है। जबकि मुंगेली अभी भी 57 प्रतिशत के साथ 24 वें स्थान पर काबिज है।
स्वास्थ्य विभाग और पुलिस जागरूकता से हासिल हुआ स्थान
रिकवरी दर में लगातार पहले स्थान पर काबिज होने को लेकर बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने खुशी जाहिर की है। कलेक्टर ने बताया कि इस उपलब्धि में स्वास्थ्य विभाग का अहम योगदान है। पुलिस महकमे के लगातार प्रयास से कोरोना विस्तार को लगाम लगा है। मित्तर ने कहा कि निश्चित रूप से बड़ी सफलता है। लेकिन समस्या खत्म नहीं हुई है। हमें अस्पताल और होमआईसोलेशन से बचने के लिए शासन के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा। हमारा स्वास्थ्य महकमा लगातार बेहतर काम कर रहा है। इसमें सरकारी और गैर सरकारी डॉक्टरों की भूमिका काबिले तारीफ है।
बेशक लाकडाउन खत्म हो गया है। लेकिन हमकों संभलकर रहना होगा। कोरोना वायरस का प्रकोप आज भी है। इससे बचने का एक मात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का अधिक से अधिक उपयोग और सेनेटाइजर का लगातार प्रयोग करना है। जरूरत पड़ने पर ही सुरक्षा उपायों के साथ घर से बाहर निकलना है।