छत्तीसगढ़ की पारंपरिक व्यवस्था रोका-छेका की शुरूआत हुई ग्राम लाखासार के गौठान से,कलेक्टर मित्तर ने कहा-फसल नुकसान को रोकने के लिये जागरूक बनें

Shri Mi
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बिलासपुर।बोआई कार्य के पूर्व खुले में चराई कर रहे पशुओं पर नियंत्रण के लिये छत्तीसगढ़ में प्रचलित प्रथा रोका-छेका की शुरूआत तखतपुर विकासखंड के ग्राम लाखासार के गौठान से की गई। इस अवसर पर तखतपुर विधायक रश्मि सिंह, कलेक्टर डाॅ.सारांश मित्तर, जिला पंचायत बिलासपुर के अध्यक्ष अरूण सिंह चैहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर प्रमुख रूप से उपस्थित थे।गौठान में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, पशुपालकों, ग्रामीणों और अधिकारियों, कर्मचारियों को पशुओं से फसलों को बचाने के लिये कलेक्टर द्वारा सामूहिक शपथ दिलाई गई।इस अवसर पर विधायक श्रीमती रश्मि सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि रोका-छेका अभियान छत्तीसगढ़ की परंपरा को आगे बढ़ाने वाली प्रथा है। छत्तीसगढ़ की परंपराएं जो धीरे-धीरे लुप्त हो रही है उसे पुनर्जीवित करने का कार्य छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किया जा रहा है। हमें अपने संस्कृति और परंपरा की ओर लौटना है।

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कलेक्टर डाॅ.सारांश मित्तर ने अपने संबोधन में कहा कि रोका-छेका पारंपरिक रूप से खरीफ फसल की बोआई के पूर्व होता है। खुले में पशुओं को छोड़ने से वे फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कृषि उत्पादन प्रभावित होता है और किसान भी हतोत्साहित होते हैं। खेती के संवर्धन और पशुओं की सुरक्षा के लिये प्रदेश सरकार द्वारा रोका-छेका अभियान की शुरूआत की गई है। इस अभियान के प्रति किसान और ग्रामीण जागरूक होंगे तो निश्चित ही कृषि में लाभ होगा।

जिला पंचायत के अध्यक्ष अरूण सिंह चैहान ने कहा कि शासन की प्राथमिकता वाली योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी से किसानों में खुषहाली आयेगी। उन्होंने किसानों के लिये संचालित योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर बल दिया। जिससे किसानों का आर्थिक स्तर सुधरेगा।
गौठान में कृषि विभाग द्वारा किसानों को फसल प्रदर्शन हेतु बीज और खाद बांटे गए। उद्यानिकी विभाग द्वारा बरबट्टी और मिर्च के बीजों का वितरण किसानों एवं स्व-सहायता समूह की महिलाओं को किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा 88 पशुओं का सैंपल लिया गया। जिसके द्वारा उनमें रोग का पता लगाकर उचित उपचार किया जाएगा। गौठान समिति को चेप कटर और ट्रेविस दिये गये

महिला समूहों ने बनाया 55 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद
लाखासार गौठान में विश्व मां संतोषी महिला स्व-सहायता समूह ने 55 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया है, जिसमें से 15 क्विंटल का विक्रय भी हो गया है। आज कार्यक्रम में वर्मी कम्पोस्ट खाद का प्रदर्शन भी किया गया, जिसका अवलोकन कर अतिथियों ने महिलाओं को प्रोत्साहित किया।

गौठान के चारागाह में पौधारोपण
10 एकड़ के इस गौठान से लगे 15 एकड़ क्षेत्र में चारागाह विकसित किया गया है। आज श्री राहुल गांधी के जन्मदिवस पर इस चारागाह में फलदार पौधों का रोपण किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य श्री जितेन्द्र सिंह पाण्डेय, श्री घनश्याम कौशिक सहित क्षेत्र के सरपंच, पंच एवं अन्य जनप्रतिनिधि, संबंधित विभागों के अधिकारी, महिलाएं, किसान एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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