छत्तीसगढ़ मे गोबर पर सियासत,अजय चंद्राकर और विनोद वर्मा के बाद अब शैलेश नितिन का शायराना अंदाज

Shri Mi
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रायपुर।छत्तीसगढ़ में गोबर को लेकर जारी सियासत इन दिनों चर्चा में है. गोबर को राजकीय प्रतीक चिन्ह बनाने को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने शुक्रवार को जो ट्विट किया था,उसके बाद से इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर अनेक प्रतिक्रियाएं देखने मिली है.कल से ही अजय चंद्राकर सत्ता पक्ष के नेताओं के निशाने पर हैं और उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर रिएक्शन भी आ रहे है।उधर चंद्राकर भी सत्ता पक्ष के आक्रमण पर लगातार जवाब दे रहें हैं, जिसके बाद ट्विटर पर शायराना अंदाज में तीर छोड़े गए।सीजीवाल न्यूज के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

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कांग्रेस नेताओं के लगातार आलोचनात्मक टिप्पणी पर आज अजय चंद्राकर ने एक बार फिर ट्विटर पर तंज कसते हुए लिखा कि “मेरे लिखे लफ्ज़ ही बस पढ़ पाया वो, मुझे पढ़ पाए इतनी उसकी तालीम ही नहीं थी”. चंद्राकर के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए सीएम भूपेश के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने लिखा कि “किस मुुंह से बात करता है वाइज़ तालीम की बातें,मयकदे के बाहर हमने उसका शऊर देखा है”

शनिवार को अखबार की एक कटिंग को ट्विट कर अजय चंद्राकर ने लिखा कि “माननीय टी.एस.सिंहदेव जी,आपके परिवार के 100 से अधिक पीढ़ी राजा थी….खेद है आप “वजीर” हो गये…”दरअसल कल स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने अजय चंद्राकर के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए चंद्राकर से बयान वापस लेने की सलाह दी थी,जिसकी प्रतिक्रिया में चंद्राकर ने ये ट्विट किया है.

संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने भी शायराना अंदाज में अजय चंद्राकर पर तंज़ कसा है.शैलेष ने एक वीडियो जारी कर चंद्राकर पर तंज कसते हुए कहा कि “गलत लफ्ज़ों को सुनकर खामोश रह जाना और हामी भर लेना,बहुत फायदे हैं इसमें,लेकिन अच्छा नहीं लगता”.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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