
बिलासपुर । चौसिंघा और चिंकारा जैसे छोटे जीव की भावना से कल अवगत हुआ, छ्तीसगढ़ के बिलासपुर कानन पेंडारी जू में कई वन्यजीव हैं. कल चौसिंघा और चिंकारा के केज के पास पहुंचे तो नर जाली के पास आ कर साथ चलने लगा, पहले लगा वो कुछ खाने को या दुलार चाहता है,तभी वहां पहुंचे जू प्रभारी टीआर. जायसवाल ने बताया, इनकी मादा गर्भवती है और उसे आदमी के ‘खतरे’ से दूर बैठा कर जाली के पास हमें भगाने आया है ,,थोड़ी देर में चिंकारा ने अपने नन्हे सींगों से जमीन खोद-खोद कर हमें अपना गुस्सा जाहिर करना शुरू किया ..उसकी भावना का सम्मान हमने किया और अगले केज चले गए..! वहां यही कर्तव्य निभाते चौसिंघा नर मिला ..!
चिंकारा मात्र 23 किलो का और चौसिंघा 20 किलो का जीव है ,मगर अपनी मादा और परिवार की रक्षा के लिए तत्पर ,,,मनुष्य में शायद ये गुण कम हो चलें रहे है ,,!!