बिलासपुर—-जनपद सदस्यों ने आज नेहरू चौक में सात सूत्रीय मांग को लेकर एक दिनी धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में जिले के सभी जनपद के अध्यक्ष और सदस्य शामिल हुए। धरना और भाषणबाजी के बाद जनपद प्रतिनिधियो ने नारेबाजी करते कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर सात सूत्रीय मांग का पत्र कलेक्टर को दिया।
जिले के सात जनपदों के जनप्रतिनिधियों ने नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर जनपद अध्यक्ष विशेष रूप से उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ प्रदेश जनपद सदस्य संघ बैनर तले आयोजित एक दिनी धरना प्रदर्शन को सभी जनपद अध्यक्षों ने सबोधित किया। इस मौके पर कमोबेश सभी जनपद अध्यक्षों और सदस्यों ने सात सूत्रीय मांग के लिए सरकार पर दबाव बनाने की बात कही।
संघ के जिला अध्यक्ष लखन पैकरा ने सात सूत्रीय मांगो की जानकारी देते हुए कहा कि सभी जनपद अध्यक्षों,उपाध्यक्षों और सदस्यों की मानदेय बढ़ाई जाए। क्षेत्र के विकास के लिए जनपद निधि की व्यवस्था की जाए। पैकरा ने बताया कि ग्राम पंचायतों में किए सरकारी कार्यों में जनपद का अनुमोदन अनिवार्य किया जाए। प्रमाण पत्र जारी करते समय जनपद जनप्रतिनिधि के हस्ताक्षर को अनिवार्य किया जाए। जिला अध्यक्ष ने बताया कि मुख्यमंत्री जनपद सशक्तिकरण योजना के बहाल रखने के साथ ही 13 वें वित्त योजना के प्रावधान को 14 वें वित्त योजना लागू किया जाए। पैकरा ने बताया कि योजना की दस प्रतिशत राशि जिला पंचायत और 20 प्रतिशत राशि जनपद पंचायतों को मिले।
पैकरा ने बताया कि यदि उनकी मांगों को सरकार अनसुनी करती है तो प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा। जनपद प्रतिनिधियों के धरना प्रदर्शन को जोगी कांग्रेस ने भी समर्थन किया।
इस मौके पर कोटा जनपद अध्यक्ष लखन पैकरा के अलावा पेण्ड्रा अध्यक्ष शीला पैकरा, तखतपुर अध्यक्ष नूरिता कौशिक, बिल्हा अध्यक्ष गीताजंलि कौशिक, मस्तुरी अध्यक्ष चांदनी भारद्वाज, मरवाही अध्यक्ष देवकी भोई और गौरेला जनपद अध्यक्ष पवन साय विशेष रूप से उपस्थित थे।