जब भावुक अनिल टाह ने कहा…देश का भविष्य गढ़ता है शिक्षक…वेद पुराणों में मिला देवताओं से ऊपर स्थान..

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर–बेलतरा विधानसभा जनता कांग्रेस प्रत्याशी अनिल टाह ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान किया। इस दौरान अनिल टाह ने अपने बचपन के समय के शिक्षकों को भावुक होकर याद किया। अनिल टाह ने कहा हमारे धर्म पुराण में शिक्षकों को देवताओं से ऊपर स्थान दिया गया है। शिक्षक ही है जो देश और समाज का भविष्य गढ़ता है और बुनियाद तैयार करता है।
           राजकिशोर नगर स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित शिक्षक समारोह कार्यक्रम स्व. कुसुम देवी साहू और स्व. किशनलाल साहू की स्मृति में किया गया। इस दौरान अनिल टाह ने आयोजक नरेन्द्र साहू  को साधुवाद जाहिर करते हुए कहा कि मुझे कार्यक्रम में शामिल होने का मौका देकर गुरूओ को स्मरण करने का अवसर दिया। अनिल टाह ने शिक्षक दिवस के महत्ता पर प्रकाश डाला।
          अनिल टाह ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होने पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन से जुड़ी तमाम जानकारियों को लोगों के साथ साझा किया। टाह ने बताया कि डॉ. राधाकृष्णन  भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद्, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक थे। इन्हीं गुणों के कारण 1954 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया। उन्होंने नौजवानों को हमेशा कुछ नया करने के साथ शिक्षा का अलख जगाने का जीवन भर संदेश दिया।
      शिक्षक सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अनिल टाह के अलावा कार्यक्रम अध्यक्ष . शकुंतला जितपुरे समेत विशिष्ट अतिथि वेणुधर प्रधान,एच. पी. लक्ष्मे, अम्बुज त्रिपाठी,  आरती साहा, पी. चैधरी, विकास घोषाल के अलावा शिक्षक और गणमान्य लोग मौजूद थे।
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