जल्द शुरू होगा डीकेएस मल्टी सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल,अजय चंद्राकर बोले-देवभोग मे लगेगी डायलिसिस मशीन

Shri Mi
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रायपुर।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अजय चन्द्राकर ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय काम-काज की समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों को जल्द ही उच्च स्तर के डी.के.एस. मल्टी सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल का लाभ मिलेगा।बैठक में अजय चन्द्राकर ने गरियाबंद जिले के देवभोग के ग्राम सुपेबेड़ा सहित आस-पास के गांवों  में सामने आ रही किडनी में होने वाले रोग की समस्या को ध्यान में रखते हुए त्वरित उपचार करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को 30 बिस्तर अस्पताल से 50 बिस्तर वाले अस्पताल के रूप में अपग्रेडेशन करने का निर्णय लिया गया। साथ जल्द ही डायलिसिस मशीन स्थापित किए जाने की जानकारी दी। बैठक में बताया गया कि इसमें अतिरिक्त सीकेडी चेन्नई के विषय विशेषज्ञों से किडनी की बीमारियों के संबंध मे गहन जानकारी के लिए अध्ययन कराया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर इलाज के लिए हर संभव और समुचित व्यवस्था की जाएगी।

             
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बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डीे.के.एस. अस्पताल प्रदेश के सार्वजनिक क्षेत्र  में पहला मल्टी-सुपर स्पेशलिटी अस्पताल है। इससे शीघ्र ही राज्य के आम लोगों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा धरातल पर दिखेगी।स्वास्थ्य मंत्री ने इसके लिए अस्पताल का जीर्णोद्धार कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने चिकित्सा उपकरणों, मशीनों की स्थापना सहित इनके संचालन प्रक्रिया को भली भांति ढंग से समझ लेने के भी निर्देश दिए। बैठक में पीजीआई चण्डीगढ़ द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों के अनुसार चार-पांच विषयों में सुपर स्पेशियालिटी डिग्री डीएनबी एवं डीएम कोर्स  प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान चर्चा पर मौखिक सहमति प्रदान कर दी है।

अजय चन्द्राकर ने बैठक मे चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कांउसिंलिंग व्यवस्था के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होेंने काउसिंलिंग के दौरान छात्र-छात्राओं और उनके परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी न हो यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्हांेने काउसिंलिंग स्थल परिसर में विद्यार्थियों और परिजनों के लिए टंेट, पानी आदि की व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के अस्पतालों में साफ-सफाई, भोजन, वाहन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की अमानवीय घटना न हो इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। लापारवाही करने वालों के विरूद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई करने निर्देश दिए। बैठक में श्री चन्द्राकर ने आयुष्मान भारत योजना के बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने प्रदेश के वास्तविक गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ दिलाने अधिकारियों को निर्देशित किया।

उन्होने छत्तीसगढ़ मेडिकल कार्पोरेशन कम्पनी (सीजीएमएससी) के कार्यो की प्रगति की समीक्षा की।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य संचालनालय से समन्वय कर जरूरत के हिसाब से उच्च गुणवत्ता के दवाई और चिकित्सा उपकरणों की खरीदी की जाए। उन्होेंने मौसमी बीमारियों को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का भंडारण एवं वितरण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

बैठक में स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका सिंह बारिक, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं रानू साहू, मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. ए.के.चंद्राकर, संचालक आयुर्वेद डॉ. जी.एस.बदेशा, प्रबंध संचालक सीजीएमएससी व्ही. रामाराव, डीकेएस अस्पताल के नोडल अधिकारी एवं अधीक्षक डॉ. पुनीत गुप्ता सहित अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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