बिलासपुर— अतिरिक्त व्यवहार न्यायालय पेन्डा ने मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी की याचिका खारिज कर दिया है। कोर्ट ने जोगी को 14 दिनों के पुलिस रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस समय जोगी पेऩ्ड्रा जेल में हैं। इधर पेन्ड्रा समेत पुूरे प्रदेश में अमित जोगी की गिरफ्तारी को लेकर जनता कांग्रेस नेताओं में गहरा आक्रोश है। लेकिन दिन भर पुलिस मुस्तैद नजर आयी। अजीत जोगी इस समय दिल्ली में है।
बताया जा रहा है कि जल्द ही लौटकर विरोध प्रदर्शन के लेकर पार्टी के लिए रणनीति तैयार करेंगे। फिलहाल जोगी के वकील हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं।
मरवाही सदन से गिरफ्तारी
मरवाही के पूर्व विधायक अमित ऐश्वर्य जोगी को सुबह मरवाही सदन से भारी सुरक्षा के बीच घर से गिरफ्तार किया गया है। जोगी की गिरफ्तारी से आधा घंटा पहले खास सलाहकार समीर अहमद बबला को पुलिस ने 151 के तहत पहले ही हिरासत में लेकर अज्ञात स्थान में रखा। जोगी की गिरफ्तारी के बाद बबला को सिटी मजिस्ट्रेट में पेश कर जमानत पर रिहा कर दिया।
मरवाही सदन से गिरफ्तारी के बाद बिलासपुर पुलिस के आलाधिकारी अमित जोगी को लेकर सीधे गौरेला थाना के लिए रवाना हो गए। जोगी के पीछे पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष विक्रांत तिवारी और विश्वम्भर गुलहरे भी गौरेला पहुंचे। इस बीच गिरफ्तारी की खबर मिलते ही सैकड़ों की संख्या में जोगी समर्थकों ने गौरेला थाना को चारो तरफ से घर लिया। पुलिस जोगी को जैसे ही लेकर थाना पहुंची लोगों ने जमकर नारेबाजी की। लेकिन भारी सुरक्षा के बीच किसी प्रकार की अनहोनी देखने को नहीं मिली। लेकिन कार्यकर्ताओं ने पुलिस गिरफ्तारी का जमकर विरोध किया।
मेडिकल टेस्ट…कार्यकर्ताओं का जमकर प्रदर्शन
थाना पहुंचने के बाद जोगी का मेडिकल टेस्ट कराया गया। करीब घंटे भर बाद जोगी को अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश की कोर्ट मे पेश किया गया। इस दौरान जोगी ने खुद की वकालत की। तमाम तर्को को सुनने के बाद भी कोर्ट ने जोगी को देने से इंकार कर दिया। इस दौरान पुलिस ने भी जरूरी दस्तावेज पेश किए। सिविल कोर्ट में मेंं अमित जोगी ने अपने केस की पैरवी भी स्वयं की। बहस के बाद न्यायाधीश ने अमित जोगी का आवेदन खारिज करते हुए जमानत देने से इंकार कर दिया। 14 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। पूर्व विधायक को पुलिस की अभिरक्षा में पेंड्रा के गोरखपुर उपजेल में दाखिल किया गया। बताते चलें कि जिस आरोप में जोगी को गिरफ्तार किया गया है। मामले में करीब सात महीने पहले समीरा पैकरा गौरेला थाने में लिखित शिकायत की थी। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज किया था। जोगी के जन्मस्थान और जन्म तारीख को लेकर एक दिन पहले ही समीरा पैकरा सैकड़ों आदिवासियों के साथ पुलिस कप्तान कार्यालय पहुंचकर जोगी को गिरफ्तार करने की मांग की थी।