रायपुर— कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने दिल्ली में प्रेसवार्ता कर अगस्ता और पनामा लीक मामले में खुलासा किया था । अब अजीत जोगी ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर रिटायर्ड जस्टिस एम बी शाह की अध्यक्षता में बनी स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम से मामले की शिकायत की है। पूर्व मुख्यमंत्री ने वर्तमान मुख्यमंत्री और राजनांदगांव सांसद पर जांच की मांग की है। जोगी कार्यालय से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश में बनी टीम के सदस्यों में ग्यारह केंद्रीय जांच एजेंसियों के निदेशक शामिल हैं।
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एसआईटी को पत्र लिखकर जोगी ने बताया है कि पनामा और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में राजनांदगांव सांसद अभिषेक सिंह का नाम सामने आया है। जोगी ने विदेशी बैंक खातों से संबंधित दस्तावेज एसआईटी को दिए हैं। जोगी ने उद्योगपति कमल किशोर सारदा के विदेशों में छिपाए गये काले धन की जांच की मांग की है। जोगी ने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी सी चिदंबरम के चुनावी एफिडेविट में पत्नी नलिनी चिदंबरम के ओडिशा से बीजेडी सांसद बैजयंत पांडा की कंपनी आईएमएफए में शेयर्स पर छुपायी गयी जानकारी पर सवाल उठाये हैं।
जोगी ने एसआईटी को पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार अपने करीबियों के विरुद्ध कार्यवाही करने में रूचि नहीं ले रही है। इसलिए देश की न्यायिक व्यवस्था पर विश्वास होने के कारण एसआईटी को पत्र लिख रहे हैं। साथ ही दस्तावेजी प्रमाण भी सौंप रहे हैं । जोगी ने कहा है कि देश की जनता को पूरा विश्वास है कि एसआईटी शिकायत को गंभीरता से लेगी जांच एजेंसियों को उनके द्वारा प्रकाश में लाये गए बिन्दुओं पर जांच करने जल्द ही निर्देशित करेगी।