बिलासपुर–तारबाहर पुलिस ने मात्र 24 घंटे में झूठी रिपोर्ट का सम सामने ला दिया है। रिपोर्ट लिखाने वाला ही झूठा साबित हुआ है। साइबर टीम ने मामले का खुलासा कर बताया कि शिकायत करने वाला झूठ बोल रहा है। उसके साथ किसी प्रकार लूट पाट की घटना नहीं हुई है। कड़ाई से पूछताछ करने पर शिकायत कर्ता ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। एडिश्नल एसपी नीरज चन्द्राक ने बताया कि शिकायत कर्ता आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
एडिश्नल एसपी नीरज चन्द्राकर ने बताया कि 16 अप्रैल को न्यूलोको कालोनी निवासी अजय सिंह ने तारबाहर थाने में लूट की शिकायत की। अजय सिंंह ने बताया कि वह करीब साढ़े बारह बजे तेलीपारा यूको बैंक से से 60 हजार रूपए लेकर घर की तरफ निकला। इसी बीच तारबाहर फाटक अण्डरब्रीज के पास करीब एक बजे पीछे से एक आटो से चार व्यक्ति आए। मोटर सायकल को टक्कर मारकर मुझे गिरा दिया।
अाटो से तीन व्यक्ति निकले और 60 हजार रूपए लूट लिए। अजय सिंह की शिकायत पर 394 का आरोप दर्ज किया गया।
दिन दहाडे लूट की वारदात को पुलिस कप्तान ने गंभीरता से लिया। एडिश्नल एसपी नीरज चन्द्राकर,डीएसपी नजर सिद्धीकी,तार बाहर थाना प्रभारी निषाद और क्राइम ब्रांच टीम को आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने का निर्देश दिया।
टीम ने तेरीपारा स्थित यूको बैंक जाकर सीसीटीवी को कई बार खंगाला। कही कोई मामला संदिग्ध नजर नहीं आया। सीसीटीवी फुटेज में शिकायत कर्ता ही आस पास कोई संगिग्ध नजर नहीं आया। मामला संदिग्ध होने पर तारबार पुलिस ने सख्ती से अजय सिंह से पूछताछ की। काफी देर बाद अजय सिंह टूट गया।
नीरज चन्द्राकर के अनुसार शिकायत करने वाले ने बताया कि कुछ दिन पहले वह जमीन खरीदा है। जमीन का 55 हजार रूपए बकया है। रकम को तत्काल देना ना पड़े इसलिए उसने झूठी रिपोर्ट लिखाया। रकम को छिपाकर आफिस की पेटी में रखा है। अजय सिंह की निशानदेही पर पुलिस ने रकम बरामद कर लिया है। आरोपी के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखाने का अपराध दर्ज कर कार्रवाई की गयी है।