
निगम टास्क कर्मचारियों में से एक…पेशे से प्यून ने बताया कि घर बहुत मुश्किल से चल रहा है। हम तीन सौ कर्मचारियों ने अलग अलग और एक साथ निगम प्रशासन से कई बार वेतन के लिए गुहार लगाई । बावजूद इसके तीन महीने से एक रूपया भी नहीं मिला । सामने त्योहार है…बच्चों की पढ़ाई है…लोगों ने उधारी देना बंद कर दिया है। अब क्या करें…समझ में नहीं आ रहा है। घर परिवार, स्कूल और उधारी देने वालों को जवाब देते नहीं बन रहा है।
एक कर्मचारी ने बताया कि तीन महीने का तीन सौ टास्क कर्मचारियों का वेतन करीब साढ़े आठ लाख रूपए होते है। महापौर और जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं कि निगम के खजाने में पैसे नहीं है। रूपए आएँगे तो दिया जाएगा। जब हम में से कोई एक दिन नहीं आता है तो वेतन काट लिया जाता है। समझ में नहीं आ रहा है कि खाली पेट कैसे काम करें। घर परिवार और बच्चों का पेट कैसे भरे। कोई बीमार हो जाए तो बिना पैसे के इलाज नहीं होता है। हम लोग बहुत परेशान हैं…
कर्मचारियों को दिलाएंगे वेतन…मुझे जानकारी नहीं है
टास्क कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला। इसकी जानकारी आप से मिल रही है। मामले को गंभीरता से लेेता हूं। पता लगाया जाएगा कि आखिर टास्क पर लगे चपरासी,सफाई कर्मचारी और भृत्य को वेतन क्यों नहीं दिया गया। यदि जानकारी सही पायी गयी तो उचित कार्रवाई के साथ टास्क कर्मचारियों को वेतन दिलाया जाएगा। रही बात उनकी परेशानियों की तो उसे भी दूर किया जाएगा।
किशोर राय…महापौर…नगर निगम बिलासपुर