जानकारी के अनुसार मोहतराई निवासी बलराम साहू पिता जगन्नाथ साहू घर से रात को 8 बजे कोनी थाना प्रभारी डिलेश्वर दिवान का फोन आने के बाद घर से खाना खाने की बात कह निकला था। दूसरे दिन गांव वालो ने बलराम को सड़क किनारे गंभीर अवस्था में मिला। संजीवनी की सहायता से परिजनो ने केयर एंड क्योर में उपचार के लिए दाखिल कराया। ग्रामीण और परिजन रानीगांव के धीरज सिंह और कोनी थाना प्रभारी डिलेश्वर दिवान की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रतनपुर थाने का चक्कर लगा रहे थे।
रतनपुर थाना प्रभारी केपीएस पैकरा ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर ग्रामीणों को चलता कर दिया। कल रात को बलराम साहू की इलाज के दौरान मौत हो गई। गुस्साये ग्रामीणो ने रात में रतनपुर थाना पहुचकर रानीगांव के मेडिकल स्टोर संचालक धीरज सिंह और कोनी थाना प्रभारी पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। थाना प्रभारी रतनपुर ने जांच के बाद मामला दर्ज करने को कहा।
मालूम हो कि धीरज सिंह और बलराम साहू के बीच जमीन खरीदी बिक्री को लेकर विवाद चल रहा था। धीरज सिंह बलराम पर रजिस्ट्री कराने का दबाव बना रहा था। कई बार बलराम के घर के घर जाकर धमकी भी दिया। घटना के बाद परिजनों ने मामले में मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे। परिजनो ने कोनी थाना प्रभारी डिलेश्वर पर फोन कर खाना खाने बुलाने का आरोप लगाया ।
दोनो के खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग को लेकर कल रात को ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया। मांग नहीं माने जाने पर आज सुबह बलराम का शव सिम्स से लेने के बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मोहतराई मोड़ पर रख कर चक्काजाम कर दिया । ग्रामीणों ने बताया कि जब तक दोषियो के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है वे सड़क से लाश को नहीं हटाएंगे।
जिले के सभी थाना प्रभारी वीवीआईपी ड्यूटी पर हैं। जिसके चलते थाने का स्टाफ चक्काजाम को खत्म कराने में नाकाम साबित हुआ है।