बिलासपुर—दहेज के लिए पत्नी को जिंदा जलाने वाले दोषियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पति,सास और श्वसुर को पचंपेडी पुलिस ने जेल भेज दिया है। तीनों ने मिलकर ईश्वरी बाई को दो माह पहले जलाया था। बाद में तीनों ने मिलकर ईश्वरी की मौत को हादसा का रूप देने का भरसक प्रयास किया लेकिन वे अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाये।
मस्तूरी थाना क्षेत्र के पचपेढ़ी पुलिस चौकी के अनुसार सिलैनी की रहने वाली ईश्वरी बाई चौहान को 9 अगस्त को झुलसने के बाद गंभीर हालत में सिम्स में भर्ती किया गया। उपचार के दौरान ईश्वरी बाई की मौत हो गयी। घटना के बाद पूछताछ में ईश्वरी के पति ने पुलिस को बताया कि खाना बनाने के दौरान आग की चपेट में आने से मौत हो गयी।
पचपेढ़ी चौकी प्रभारी अवधेश सिंह ने बताया कि ईश्वरी को जब सिम्स में दाखिल कराया गया…उस समय उसकी हालत बहुत नाजुक थी। मृत्यु पूर्व बयान के पहले ही उसने दम तोड़ दिया। मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच की जिम्मेदारी अवधेश सिंह को दिया गया। जांच पड़ताल के दौरान जानकारी मिली की ईश्वरी बाई और उसके पति सुनील कुमार के बीच रिश्ता काफी तनावपूर्ण था। सुनील कुमार उससे रोज मारपीट करता था। मारपीट कर मायके से दहेज लाने का दबाव बनाता था। एक दिन सुनील कुमार चौहान,साल कैलशिया बाई और श्वसुर जगदीश चौहान रणनीति बनाकर ईश्वरी को आग के हवाले कर दिया।
जांच में दोषी पाए जाने के आरोप में पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया। फिलहाल तीनों को जेल भेज दिया गया है।