दिव्यांगों को मिला सरकार का सहारा

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gehlot_rprरायपुर। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने शुक्रवार को अग्रसेन धाम में आयोजित ‘दिव्यांगजन कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरण समारोह’ में छत्तीसगढ़ के लगभग साढ़े चार सौ निःशक्तजनों को ट्रायसायकल और सहायक उपकरण वितरित किया। इनमें 200 नग ट्रायसायकल, 100 व्हील चेयर, 5 कैलिपर्स, 40 जोड़ी बैसाखी, 100 श्रवण यंत्र शामिल हैं। उन्होंने निःशक्तजन प्रोत्साहन विवाह के तहत 11 दम्पतियों को प्रोत्साहन राशि का चेक भी वितरित किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत छत्तीसगढ़ महिला कोष की ऋण योजना में 20 महिला स्व-सहायता समूहों को कुल नौ लाख 25 हजार रूपए और सक्षम योजना के तहत पांच महिलाओं को कुल दो लाख 20 हजार रूपए का ऋण वितरित किया गया।

                     gehlot_rpr1महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू ने कहा कि प्रदेश मेंे छह लाख 24 हजार निःशक्तजन हैं, जो प्रदेश की जनसंख्या का 2.44 प्रतिशत है। इन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। निःशक्त व्यक्तियों को समान अवसर दिए जाने की आवश्यकता है। हमारी सरकार ने उन्हें अवसर देकर समाज में स्थापित करने का प्रयास किया है। हमारी संवेदनशील सरकार ने निःशक्तजनों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए चार नई योजनाएं निःशक्तजन सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, निःशक्तजन शिक्षा प्रोत्साहन योजना, निःशक्तजन छात्रगृह योजना शुरू की है।

                       गेहलोत ने कहा कि चीन सहित दुनिया के लगभग सभी देशों में जहां आर्थिक मंदी छायी हुई है, वहीं भारत में आर्थिक विकास की दर सतत् रूप से बढ़ रही है। दो वर्ष पहले भारत की विकास दर चार प्रतिशत के करीब थी, वह बढ़कर अब 7.5 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनी कारगर नीतियों के फलस्वरूप देश विकास की ओर बढ़ रहा है।

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                       गेहलोत ने कहा कि देश के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना शुरू की गई है, जिसके तहत युवाओं को उनकी रूचि के अनुसार रोजगार मूलक कार्यों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। छह वर्ष तक के बच्चे जो सुन-बोल नहीं सकते ऐसे बच्चों के लिए कॉकलियर इम्प्लांट की सुविधा है और इस योजना में प्रति हितग्राही छह लाख की सहायता दी जाती है। अब तक 350 बच्चों को इस योजना का लाभ पहुंचाया जा चुका है।

                      केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए देश में 18 नये बेल प्रेस स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें से तीन प्रेस बन चुके हैं और शेष प्रेस बन रहे हैं। निःशक्तजनों के आने जाने की सुविधा के लिए मोटराइज्ड सायकल वितरण कार्यक्रम के तहत अब तक 11 से अधिक लोगों को मोटराइज्ड सायकल का वितरण किया जा चुका है।

                   इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री ने दिव्यांगों द्वारा निर्मित उपयोगी सामग्रियों का अवलोकन भी किया। समारोह में समाज कल्याण विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी और समाज कल्याण संचालक संजय अलंग ने आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में रायपुर जिले के कलेक्टर ओ.पी. चौधरी भी मौजूद थे।