दुरपा समिति से देवेन्द्र की सदस्यता खत्म

बिलासपुर— जिला सहकारी बैंक के निवर्तमान चैयरमैन देवेन्द्र पाण्डेय को आदिम जाति सेवा सहकारी समिति दुरपा की प्राथमिक सदस्यता को समाप्त कर दिया है। जिला पंजीयक कोरवा से मिली जानकारी के अनुसार देवेनद्र पाण्डेय पर आरोप है कि उन्होंने नगद ऋण वितरण में तय सीमा का पालन नहीं करते हुए प्रति एकड़ अधिक ऋण दिया है। जो समिति के हितों के विपरीत है।
उप-पंजीयक ने बताया कि समितियों को धान खरीदी के समय तारपोलिन और सुतली बैंक के माध्यम से क्रय कर दिया गया था। लेकिन चैयरमैन के निर्देश पर सुतली और तारपोलीन की कीमत समितियों के खाते से बिना किसी जानकारी के काट लिया गया। पाण्डेय पर आरोप है कि उन्होंने मण्डल सदस्यों की अनुमति के बीना नमी मापक यंत्र खरीदा उसका भुगतान समिति के सेविंग खाते से हुआ । इसकी जानकारी उन्होंने समितियों को देना मुनासिब नहीं समझा ।
एक अन्य मामले में पाण्डेय पर आरोप है कि उन्होंने बैंक में वरिष्ठ कर्मचारियों पर कनिष्ठ कर्मचारियों को महत्व देते हुए प्रमोशन दिया है। इसी तरह पाण्डेय ने बिना अनुमति और लिखित आदेश के शाखाओं से जुड़े खातेदारों के खाते से दुर्घटना बीमा के लिए 100 रूपए डेबिट किया करवाया है।
इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए सहकारी संस्था कोरबा के उप पंजीयक ध्रुव ने देवेन्द्र पाण्डेय को दुरपा सहकारी समिति के प्राथमिकता सदस्यता को विलोपित कर दिया है। ध्रुव के अनुसार देवेन्द्र पाण्डेय की इस प्रकार की गतिविधि से सहकारी समिति की साख को धक्का लगा है।