नगोई वासियों को श्मशान की चिंता

बिलासपुर— नगोई वासियों ने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर श्मसान घाट को मुक्त कराने की मांग करते हुए आत्महत्या की बात कही है। ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों से बताया कि व्यासनारायण श्मशान घाट पर कब्जा कर मकान का निर्माण कर रहा है। पहले भी इस बात की शिकायत ग्रामीणों ने की थी। बावजूद इसके अभी तक अतिक्रमणकारी पर कार्रवाई नहीं की गयी है।
नगोई के ग्रामीणों ने आज कलेक्टर से मिलकर श्मशान पर कब्जा करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर भारी संख्या में पुरूषों के साथ महिलाएं भी उपस्थित थीं। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि पन्द्रह साल पहले सरपंच ने सर्वसम्मति से प्रशासन के अनुशंसा पर नगोई और आसपास के लोगों के लिए श्माशान के लिए जमीन दी। जहां आज तक ग्रामीणों के द्वारा दाह संस्कार किया जाता है।
लेकिन व्यास नारायण पटवारी से मिलकर श्मशान भूमि पर कब्जा कर घर बनाना शुरू कर दिया। इसकी शिकायत कलेक्टर से की गयी थी। जिसके बाद तहसीलदार के आदेश पर निर्माण कार्य को रोक दिया गया। अब एक बार फिर व्यास नारायण श्मशान घाट की जमीन पर घर निर्माण करना शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों ने बताया कि हमने एक बार फिर कलेक्टर गुहार लगाई है कि व्यास नारायण के खिलाफ शासन सख्त कार्रवाई करे। ग्रामीणों ने बताया कि व्यास नारायण कब्र को मिटाकर श्मशान घाट को मैदान बना दिया है। पिछले दिनों हमारे गांव में एक मौत हो गई। जिसके दाह संस्कार को दंबग ने रोकने का प्रयास किया। साथ ही गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी है। ग्रामीणों ने बताया कि यदि श्मशान घाट पर कब्जा कर लिया गया तो 2000 की आवादी वाला गांव नगोई और आसपास के लोगों को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट की जरूरत कहां से पूरी होगी। ग्रामीणों ने बताया कि यदि उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया तो वे किसी अधिकारी को गांव में घुसने नहीं देंगे।