नहीं खत्म होगी नक्सल समस्या..दीपक कर्मा

BHASKAR MISHRA
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IMG-20161122-WA0159बिलासपुर—दंतेवाड़ा के बुरगुम गांव में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए आदिवासी बच्चों के पिता के अनुसार क्षेत्र के आदिवासियों को पुलिस चुनचुन कर निशाना बना रही है। कांग्रेस नेता दीपक कर्मा के साथ बिलासपुर पहुंचे दोनों बच्चों के पिता ने बताया कि बस्तर पुलिस ने हाईकोर्ट में आवेदन लगाने के बाद एक सप्ताह तक बंधक बनाकर केस वापस लेने का दबाव बनाया। दोनों ने बताया कि दंतेवाड़ा विधायक पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। हम लोगों ने बिना किसी दबाब में हाईकोर्ट से फरियाद के लिए केस लगाया है।

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                                      मालूम हो कि 23 सितम्बर को बस्तर पुलिस ने दो नाबालिग बच्चे सोनकू और बिजलू को नक्सली बताकर एनकाउंटर किया था। दोनों बच्चें अपनी फुआ के घर गए थे। शाम होने के कारण रात फुआ के ही घर रूक गए। दोनो ही स्कूली बच्चे थे। इसमें से एक बच्चे की मां की मौत हो चुकी है।  एनकाउंटर के बाद दोनों बच्चों के पिता फैंकू और नोड़कू ने दीपक कर्मा के साथ हाईकोर्ट में पुलिस के खिलाफ फरियाद की मांग की थी। आज दीपक कर्मा के साथ दोनों ने पत्र वार्ता में बताया कि आज हाईकोर्ट में आवेदन लगाकर कोर्ट को बताया है कि बस्तर पुलिस फर्जी एनकाउंटर याचिका मामले को वापस लेने के लिए दबाव बना रही है।

                 दीपक कर्मा ने बताया कि बस्तर एसपी और आईजी ने फैकू और नोडकू को बंधक बनाकर एक सप्ताह तक प्रताडित किया और हाईकोर्ट में दायर फर्जी एनकाउंटर मामले को वापस लेने का  दबाव बनाया। दोनों को एक सप्ताह तक आरक्षक दिलीप सेठिया के घर में रखा गया था। दोनों ने सुरक्षा की मांग की है। एक सवाल के जवाब में दीपक ने बताया कि हाल फिलहाल नक्सलियों पर अंकुश तो लगा है लेकिन नक्सल समस्या कभी खत्म नहीं होगी। नक्सलियों को कभी नहीं मारा जा सकता है।

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