बिलासपुर।जब छत्तीसगढ़ राज्य बना था तब हमारे राज्य की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। लेकिन आज हमारा छत्तीसगढ़ जन-जन की सहभागिता से गौरवशाली व समृद्ध है। राज्य की समृद्धि में महिलाओं का योगदान अतुलनीय है। खासतौर पर महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर हुई हैं। महिला स्व-सहायता समूह को बाजार उपलब्ध कराने महिला समृद्धि बाजार की योजनाएं हैं।
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स्व- सहायता समूह के लिये महिला समृद्धि बाजार विकसित किया जाएगा। ताकि हमारी महिला बहने स्व सहायता समूह में स्वयं उत्पादन कर उन्हें आसानी से लोगों तक पहुंचा सके। उक्त बातें नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने स्व सहायता समूह महिला उन्मुखीकरण कार्यक्रम में कहीं।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जब राज्य बना तब ज्यादातर स्कूल लंबी दूरी पर स्थित होते थे, इस वजह से घरवाले उन्हें दूर भेजने से डरते थे। इस समस्या को खत्म करने हमने सरस्वती सायकल योजना बनाई,इसके प्रभावस्वरूप 90 प्रतिशत बच्चियां साइकिल से स्कूल जाने लगी। अब यह योजना प्रभावी रूप से पूरे देश में लागू है जिसे हमारे छत्तीसगढ़ में प्रथम लागू किया गया था। दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तत्वावधान में महिला स्व-सहायता समूह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन तोरवा स्थित पटेल सामाजिक भवन में नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि आज पोस्ट ग्रेजुएशन तक निशुल्क शिक्षा देने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य बन गया है। 30 हज़ार तक निशुल्क इलाज की स्मार्ट कार्ड योजना अब 50 हज़ार हो गई है। इसके बावजूद भी बड़ी बीमारी का इलाज आसान हो इसके लिए हमारे प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना में 5 लाख तक का इलाज मुफ्त कर दिया है। इसमें हमारी सहेली परियोजना, शहरी मितानिन, स्व-सहायता समूह योजना, स्वालंबी योजना का महिला बहनों को लाभ मिल रहा मिल रहा है।