बिलासपुर—- पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले और धमकी की शिकायत को लेकर आज प्रेस क्लब बिलासपुर में शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर जिले के सभी वरिष्ठ पत्रकार मौजूद थे। सभी ने पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले को लेकर चिंता जाहिर की।
पत्रकारों पर लगातार हमले की शिकायत को लेकर आज प्रेस क्लब बिलासपुर में शशिकांत कोन्हेंर की अगुवाई में शांति पूर्वक धरना दिया। इस दौरान सभी वरिष्ठ पत्रकारों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को कुछ असामाजिक तत्व दबाने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें कुछ ऐसे रसूखवाले भी शामिल हैं जो नहीं चाहते कि उनकी कारगुजारियों को सार्वजनिक किया जाए।
उपस्थित पत्रकारों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार बल्लू दुवे ने कहा कि पत्रकार समाज की विसंतियों को सामने लाने का काम करता है। उसे देश और समाज की हमेशा चिंता रहती है। कुछ स्वार्थी लोगों को यह सब पसंद नहीं है। ऐसे लोग देश और समाज के दुश्मन हैं। इनकी कारगुजारियों को जब पत्रकार सामने लाता है तो वे तिलमिला उठते हैं। ऐसे लोगों को कुछ रसूखदारों का सहयोग भी होता है। इसलिए जब वे चाहते हैं पत्रकारों को साम,दाम,दण्ड भेद से दबाने का प्रयास करते हैं। जो किसी भी सूरत में लोकतंत्र के लिए घातक है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार किशोर दिवसे ने कहा कि समाज की बुराई हो या अच्छाई पत्रकार हमेशा निरपेक्ष भाव से सबके सामने रखने का काम करता है। जब तक लोगों के बारे अच्छा लिखा जाए तो ठीक है और जब उनकी काली कारतूतों को पत्रकार सामने लाता है वे लोग पत्रकारों के दुश्मन बन जाते हैं। जब पत्रकार अपनी कलम को नहीं रोकता तो उस पर जान लेवा हमला करवा दिया जाता है। यदि इसी तरह हमला होता रहा तो देश के भविष्य को अंधकार में जाने से कोई नहीं रोक सकता है।
वरिष्ठ पत्रकार कमल दुबे और कमलेश दुबे ने भी उपस्थित पत्रकारों को संबोधित किया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार रूद्र अवस्थी ने कहा कि भागती दुनिया में पत्रकारों को कहीं भी आराम नहीं है। वह अहर्निश लगातार समाज की गतिविधियों को लोगों तक रिपोर्ट करता है। उसे अवार्ड की कभी लालसा नहीं होती लेकिन उसे सुरक्षा की दरकरार जरूर है। उन्होंने कहा पत्रकारिता के पैमाने लगातार बदल रहे हैं। इसके साथ खतरे भी लगातार बढ़ रहे हैं। लोग अपने हित को साधकर दूसरे लोगों और देश के हित को नजरअंदाज कर रहे हैं। जब पत्रकार इन सब बातों को सामने रखता है तो गोरखधंधा करने वाले लोग सबसे पहले पत्रकारों को निशाना बनाते हैं। रूद्र अवस्थी ने कहा कि यह सब स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए उचित नहीं कहा जा सकता है। अवस्थी ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा शासन की पहली जिम्मेदारी है। यदि पत्रकार सुरक्षित नहीं रहेगा तो देश किसी भी सूरत में सुरक्षित नहीं होगा।
कार्यक्रम के अंत में प्रेस क्लब अध्यक्ष शशिकांत कोन्हेंर ने कहा कि पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले से बुद्धिजीवी वर्ग आहत है। गलत काम करने वालों के हौंसले बुलंद हैं। सब कुछ देखते हुए भी शासन मौन है। इससे जाहिर होता है कि कहीं न कहीं गोरखधंधा करने वालों का तार उपर तक जुड़ा है। इसलिए ऐसे लोग कानून को अपने हाथ में लेकर चौंथे स्तम्भ पर लगातार हमला कर रहे हैं। कोन्हेंर ने कहा पत्रकार परिवार हमेशा से जनहित में लड़ता रहा है। लेकिन कोई भी आज तक पत्रकारों के हित में कभी सामने नहीं आया है। बावजूद इसके पत्रकार परिवार अपनी सुरक्षा करना जानता है। उन्होंने कहा प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर आवश्यक कदम उठाए वरना देश दलालों और माफियों के हाथों चला जाएगा। कोन्हेर ने कहा कि सोमवार को सभी पत्रकार कलेक्टर से मिलकर पत्रकारों पर हो रहे हमले और सुरक्षा को लेकर मुलाकात करेंगे।