बिलासपुर—- प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव केन्द्र सरकार की रीति और नीती पर जमकर निशाना साधा है। उन्होने कहा कि देश कठिन आर्थिक हालात के दौर से गुजर रहा है। अर्थव्यवस्था वेटिंलेटर तक पहुंची चुकी है। लाखों युवकों को पकी पकाई नौोकरी से हाथ धोना पड़ा है। शर्म की बात है कि रिजर्व बैंक को अपना सोना तक गिरवी रखना पड़ा है। देश वासियों को जागना होगा। अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब भाजपा सरकार देश को ही पूंजीपतियों के हाथ में गिरवी रख दे।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कहा कि पिछले पांच सालों में देश की आर्थिक हालात चरमरा गयी है। भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को बद से बदतर स्थित तक पहुंचा दी है।
अटल श्रीवास्तव ने बताया कि मौजूदा केन्द्र सरकार की पहचान मंदी और तालाबन्दी से ज्यादा कुछ नहीं है। रोजगार के अवसर कोमा में है। किसान कुशासन से पैदा हुए मंदी की मार से त्रस्त है। तालाबन्दी और बैंक घोटाला से साबित हो गया है कि भाजपा सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था की मिट्टी पलीद कर दी है। कदम कदम पर देशहित से खिलवाड़ किया जा रहा है। आर्थिक स्थिरता दांव पर है। शुक्र है कि कांग्रेस के दबाव में मोदी को झुकना पड़ा..अन्यथा आरसीईपी से जुड़कर प्रधानमंत्री ने देश को गिरवी रख दिया होता।
अटल ने बताया कि देश में युवा बेरोजगारों की संख्या दिनो दिन बढती जा रही है। नेशनल सैंपल सर्वे आफिस के मुताबिक देश में इस समय बेरोजगारों की संख्या पिछले 45 साल में सर्वाधिक है। बेरोजगारी की दर 8.19 प्रतिशत हो गयी है। जो पिछले 72 सालों में सर्वाधिक है। पीएचडी धारक जूते घिस रहे हैं।
शिक्षा का स्तर दयनीय है। पिछले 6 सालों में जीडीपी सबसे निचले स्तर पर है। देश पांचवे से सातवें पायदान पर आ गया है। निवेश निचले स्तर पर पहुंच चुका है। घरेलु बचत की हालत पस्त है। औद्योगिक वृद्धि दर गिरकर दयनीय स्थिति में पहुंच चुकी है।बैंको का एनपीए राशि बढ़कर 8 लाख करोड़ पहुंच चुका है। पांच सालों में धोखाध़ड़ी के लगभग ढाई हजार मामले सामने आ चुके हैं। जीएसटी कलेक्शन का आंक़ड़ॉ दयनीय है। पिछले पांच सालों में आरबीआई कोष को खाली कर दिया गया है। सरकार ने पांच साल में आरबीआई के रिजर्व पूल से 3,89,000 करोड़ रूपए बलात तरीके से आहरण किया है। साल 1990 के बाद आरबीआई को खुले बाजार में गोल्ड बेचने को मजबूर होना पड़ा है।
अटल ने बताया कि कृषि सेक्टर में जीडीपी में अभूतपूर्व गिरावाट आयी है। बावजूद इसके भाजपा सरकार ने रवि फसलों के लिए समर्थन मूल्य में नाममात्र की बृद्धि की है। किसानों को फसलों का समर्थन मूल्य नहीं दिया जा रहा है। हालात को देखकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि देश की आर्थिक व्यवस्था वेंटिलेटर पर है। किसान परेशान है। और प्रधानसेवक मदमस्त है।
अटल ने कहा कि 13 नवम्बर को प्रदेश सरकार के मुखिया भूपेश बघेल और पीसीसी चीप की अगुवाई में प्रदेश के किसान दिल्ली कूच करेंगे। अधिकारों की मांग करेंगे। साथ ही तानाशाह सरकार की रीति नीति का विरोध करते हुए देश व्यापी उग्र किसान आंदोलन की चेतावनी भी देंगे।