बिलासपुर—सिम्स आडिटोरियम में साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन और ह्ययूमन विहेवियर विषय पर पुलिस अधिकारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज दिपांशु काबरा के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम में चार सौ से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए।
कार्यशाला में उपनिरीक्षक प्रभाकर तिवारी ने सायबर अपराध और रोकथाम के संबंध में जानकारी दी। कार्यक्रम के प्रमुख वक़्ता बिलासपुर पुलिस अधीक्षक आरिफ़ एच॰ शेख़ ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के जनता के साथ व्यवहार के बारे में जानकारी दी। उन्होने कहा कि जनता की पुलिस से उम्मीदें क्या है इस बात को अच्छी तरह से समझने की जरूरत है।
आरिफ एच शेख ने बताया कि पुलिस का जनता से राग द्वेष से अलग मित्रवत होना बहुत जरूरी है। पुलिस को जनता के बीच रहकर अनुशासन के साथ बेहतर टीम भावना से कार्य करना होगा। यदि ऐसा हुआ तो पुलिस को बेहतर परिणाम भी मिलेंगे।इसके अलावा पुलिस कप्तान ने मानव स्वभाव और पुलिस की जिम्मेदारियों पर काफी कुछ अहम जानकारी दी।
कार्यक्रम में मानव व्यवहार को लेकर पावर प्रेज़ेंटेशन दिया गया। पुलिस महानिरीक्षक दीपांशु काबरा ने पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को बेहतर काम करने के तरीकों की जानकारी दी। उन्होने कहा कि मुफ्त रेजिस्ट्रेशन ऑफ क्राइम, कार्य की व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने को लेकर विस्तार के साथ अपने अनुभवों को साझा किया। कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अर्चना झा , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईयूसीएडब्लू मेघा टेम्बूलकर,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रोहित बघेल समेत सभी राजपत्रित अधिकारी और थाना प्रभारी मौजूद थे।