पुलिस वांटेड हरदीप खनूजा की जमानत याचिका…सुप्रीम कोर्ट ने कहा…ऐसे लोगों को जमानत देना ठीक नहीं

BHASKAR MISHRA
बिलासपुर— ठग बिल्डर हरदीप खनूजा को सर्वोच्च न्यायालय ने जमानत देने से इंकार कर दिया है। याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति सप्रे ने कहा कि ऐसे लोगों को जमानत का लाभ दिया जाना उचित होगा। क्योंकि जमानत मिलने के बाद ऐसे लोग धोखाधड़ी की हरकतों से बाज नहीं आएंगे। बताते चलें कि ठग बिल्डर के खिलाफ बिलासपुर पुलिस ने एक साल पहले गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पुलिस ने आरोपी को पकड़वाने या पकड़ने वाले को दस हजार रूपए ईनाम देने का वादा किया है। जानकारी हो कि हाईकोर्ट ने करीब आठ महीना पहले हरदीप को बिलासपुर हाईकोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया था।
                       जमीन में पार्टनर के साथ करोड़ों रूपए की धोखाधड़ी करने वाले ठग बिल्डर हरदीप खनूजा को जमानत देने से सुप्रीम कोर्ट ने इंकार कर दिया है। बताते चलें की सुनील छावड़ा और उनके अन्य एक साथी के साथ हरदीप खनूजा जमीन और बिल्डरशिप में मात्र दस प्रतिशत का साझीदार था। लेकिन हरदीप खनूजा ने दस्तावेज के साथ कूट रचना कर सुनील छावड़ा और अन्य साथी को अधेरे में रख करोड़ों की जमीन दूसरी पार्टी को औने पौने भाव में बेच दिया।
                         मामले की जानकारी सुनील छावड़ा को उस समय हुई…जब दूसरी पार्टी कागजात लेने पहुंची। धोखाधड़ी की जानकारी मिलने के बाद सुनील छावडा ने पुलिस महकमें में शिकायत की। तात्कालीन पुलिस कप्तान आरीफ शेख ने हरदीप खनुजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी का आदेश दिया। साथ ही ठग बिल्डर पर दस हजार रूपए का एलान भी किया।
                   गिरफ्तारी से बचने हरदीप खनूजा वकील के सहयोग से हाईकोर्ट के शरण में पहुंचा। लेकिन कोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया। प्रार्थी सुनील छावड़ा ने अपने वकीलों के माध्यम से ठग बिल्डर को जमानत नहीं देने की पुरजोर वकालत की। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट न्यायमूर्ति सप्रे ने हरदीप खनूजा  को अग्रिम जमानत देने से इंकार किया। कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा कि ऐसे लोगों को जमानत देना उचित नहीं होगा। समाज में पहुंंचकर ठगी का काम फिर से शुरू कर देंगे।
                                बताते चलें की ठग बिल्डर हरदीप खनूजा पिछले एक साल से फरार चल रहा है । पिछले साल  जुलाई में ठग बिल्डर को गिरफ्तार करने पुलिस ने उसके निवास में छापामार कार्रवाई की थी। आरोपी छत से कूदकर भागने में सफल हो गया। तब से आज तक ठग बिल्डर पुलिस की आखों में धूल झोंक रहा है।
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