बिलासपुर—– हवाई सेवा संघर्ष समिति आंदोलन के 66 वें दिन छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के प्रतिनिधियों ने धरनास्थल पहुंचकर समर्थन किया। आंदोलनकारियों ने नाराजगी जाहिक करते हुए कहा कि दो महीना बीत जाने के बाद भी केन्द्र सरकार ने अब तक किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी है। जाहिर सी बात है कि समय आ गया है कि हम आंदोलन की दिशा और दशा को उग्र करें।
हवाई सुविधा जन संघर्श समिति का अखंड धरना आंदोलन 66 वें दिन भी चला। धरना स्थल पहुंचकर आंदोलन का छत्तीसगढ श्रमजीवी पत्रकाल कल्याण संघ के पदाधिकारी और सदस्यों ने समर्थन किया। संघ के पदाधिकारियों ने इस दौरान केन्द्र सरकार के प्रति अपने भाषण में जमकर नाराजगी जाहिर की। वक्ताओं ने आक्रोश जाहिर किया कि दो माह बीत जाने के बाद भी केन्द्र सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नही आयी है। जाहिर सी बात है कि अब आंदोलन को तेज करने का समय आ गया है।
सभा को श्रमजीवी पत्रकार संघ के महेष तिवारी ने संबोधित किया। उन्होने कहा कि बिलासपुर की स्थिति उस गाय की तरह है जिसका मुंह बिलासपुर में और थन रायपुर, दिल्ली में है। गाय से पैदा संसाधनों को रायपुर और दिल्ली के लोग कर रहे हैं। बिलासपुर के हिस्से कुछ नहीं आ रहा है। तिवारी ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि समझ नही आ रहा है कि केवल 150 करोड की राश का एक 4सी केटेगरी एयरपोर्ट बिलासपुर को देने में इतना हीला-हवाला क्यों किया जा रहा है। क्या केन्द्र सरकार फिर एक बार जोन आंदोलन जैसा उग्र आंदोलन देखना चाहती है। राधेश्याम कोरी ने हवाई अड्डा होने से पूरे क्षेत्र को लाभ होने की बात कही। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ के सांसदों को इस मामले को केन्द्र सरकार के सामने पुरजोर तरीके से उठाना चाहिए।
श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेष कार्यकारी अध्यक्ष तिलकराज ने कहा कि बिलासपुर में बडी कंपनियां अपना डिपो या सी.एन.एफ. नही खोलती है। इसकी मुख्य वजह यहां हवाई सुविधा का नहीं होना है। इसके चलते युवाओं के रोजगार का रास्ता सीमीत हो गया है। रायपुर जाकर हवाई जहाज पकडना अपने आप में एक जटिल काम है।बिलासपुर से सुविधा होने से क्षेत्र को सुविधा मिलेगी। मुंगेली-पेण्ड्रा-कोरिया-कोरबा-जांजगीर चांपा-रायगढ जैसे जिले जिले के लोगों को भी लाभ मिलेगा।
छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के उज्ज्वल तिवारी, साखन दर्वे, राकेश पाण्डेय ने कहा कि बिलासपुरवासियों की धैर्य की परीक्षा लेना सरकार को बंद करना चाहिए। राज्य सरकार ने 27 करोड भी अब तक जारी नहीं किए हैं। संघ के नारायण लोनिया, अखिल वर्मा और परमवीर मरहास ने छत्तीसगढ सरकार और हाईकोर्ट की तरफ जरूरी निर्देश दिए जाने की लख्त जरूरत है। संघ के प्रतीक मिश्रा, भूशण श्रीवास और सतीष बाटवे ने भी सभा को संबोधित किया।
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का संचालन सुधांषु मिश्रा ने किया। आभार प्रदर्षन विजय केषरवानी के किया। धरना प्रदर्शन में पत्रकार कल्याण संघ की तऱफ से बबलू खंडेलवाल, प्रवीण कोचर, गोपीनाथ डे, टी.आर.लहरे, राकेष खरे, विकल्प तललवार, उमाषंकर साहू विश्वनाथ मानिकपुरी धर्मेेन्द्र चंद्राकर समेत कई लोग शामिल हए। समिति की ओर से रामशरण यादव, अषोक भण्डारी, राकेश शषर्मा, मनोज तिवारी, मनोज श्रीवास, पप्पू तिवारी, केशव गोरख, रघुराज सिंह, मनीष श्रीवास, पवन पाण्डेय, संतोश पिपलवा, पप्पू शर्मा, समेत सुदीप श्रीवास्तव विळेश पूु ले मौजूद थे।