फर्ज के प्रति ईमानदारी ही सच्ची देशभक्ति

बिलासपुर। स्वतंत्रता दिवस पर अवसर पर डाॅ.सी.वी.रामन् विस्वविद्यालय में ध्वाजरोहण किया गया । इस अवसर पर प्रभारी कुलपति डाॅ.आर.पी.दुबे ने ध्वजारोहण कर आजादी में अपनी जान न्योछावर करने वाले शहीदों को याद किया। इस अवसर पर वि.वि. के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने कहा कि आज के युग में अपने फर्ज के प्रति ईमानदारी ही सच्ची देशभक्ति है।
इस अवसर पर सीवीआरयू के प्रभारी कुलपति डाॅ.आर.पी.दुबे ने प्राध्यापकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सही मायने में हम स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले महान लोगों के ऋणी है, जिन्होंने अपना पूरी जीवन आजादी के लिए समर्पित कर दिया। उसका परिणाम है कि आज हम परतंत्रता से मुक्त हुए हैं। डाॅ.दुबे ने बताया कि आज का दिन उनके आदर्शों को याद करने अपने जीवन में उतारने का दिन हैं। उन्होने राष्ट्रपिता महात्मां गांधी और सुभाषचंद्र बोस से जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। डाॅ.दुबे ने बताया कि ऐसे महान लोगों ने देश को एकता के सूत्र में बांधा और आजादी के आदोलन चलाए और अपना पूरा जीवन देश के लिए दिया। इस अवसर पर डाॅ.दुबे ने सभी को आजादी के पर्व की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. पी.के.नायक ने कहा कहा कि बलिदानों के बाद हमें आजादी मिल गई और हमारा देश विकास की रास्ते में है। पर आज युवाओं की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई है, कि वे इस देश को विकास की राह में तेजी से आगे लें जाए। इसके लिए देश के युवाओं को संघर्ष करना होगा। इस अवसर पर वि.वि. में देशभक्ति के कार्यक्रम हुए, जिसमें कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों ने आजादी के सफर को बताया। स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर सभी विभागों के विभागध्यक्ष,प्राध्यापक, अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
आलस्य,क्रोध व अहंकार से आजादी जरूरी-कुलसचिव
इस अवसर पर वि.वि. के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने कहा कि आज के समय में सच्चा देश भक्त वहीं है, जो अपने फर्ज को पूरी निष्ठा और ईमानदानरी से निभा रहा है। आजाद देश में खून बहा कर लड़ने की जरूरत नहीं है। हम ईमानदारी से फर्ज को निभाएं तो भी देशभक्त कहलाएंगे और देश के विकास में अपनी भागीदारी तय करेंगे। श्री पाण्डेय ने बताया कि देश को आजाद हुए 68 बरस बीत चुके हैं और देश ने इन सालों में दुनिया के सामने अपनी ताकत भी दिखाई है। लेकिन अब हमें अपने भीतर की बुराईयों से खतरा है जो हमें लगातार कमजोर बनाती जा रही है। हमें उन बुरी आदतों से लड़ाई लड़नी होगी,जिसमें हमारा साथ कोई नहीं देगा यह लड़ाई अकेले लड़नी होगी। हमें आलस्य, क्रोध और अहंकार से लड़ना होगा जो हमें भीतर से कमजोर करती जा रहे हैं।
शोधकार्य से समाज को लाभ
इस अवसर पर वि.वि. के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि सीवीआरयू में 2015 से अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार शोध पत्रिका भारत जरनल आॅफ साइंस एंड टेक्नालाॅजी एंड ह्यूमिनिट्जि का प्रकाशन शुरू कर दिया गया है। इस पत्रिका का प्रिट आईएसएसएन नंबर भी प्राप्त हो गया है। इस शोध पत्रिका के प्रकाशन से राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शोध प्रकाशन का लाभ क्षेत्र के शोधार्थियों को मिलेगा।