बिलासपुर— सहकारिता विभाग और बिलासपुर टीम की कार्यवाही में आज सेमरताल सहकारी समित बैंक के दो आरोपियों को कोनी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पिछले बीस दिनों से सेमरताल और आस पास के बैंक खाताधारी ग्रामीणों ने नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन किया था। पीडितों ने निकाय मंत्री अमर अग्रवाल और विधानसभा उपाध्यक्ष बद्रीधर दीवान के आवास का घेराव कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। ग्रामीण खाताधारकों का आरोप था कि बैंक ने उनकी गाढ़ी कमाई को हड़प लिया है। मामले को लेकर स्थानीय पीड़ित ग्रामीणों ने कई बार कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया था।
अमानत में खयानत मामले में आज कोनी पुलिस ने सेमरताल सहकारी समित बचत बैंक के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। कोनी पुलिस के चार अन्य लोगों को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। जिला उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं के निर्देश पर सहकारी बचत बैंक सेमरताल के स्टाफ पर कोनी थाने में एफआईआर दर्ज किया गया था। आज पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यद्पि पुलिस ने अभी तक इसका खुलासा नहीं किया है। बताया जा रहा है कि चार लोगों की अभी भी तलाश हो रही है।
जिला उप-पंजीयक सहकारी संस्थाएं डी.आर.ठाकुर ने बताया कि सेमरताल सहकारी समिति बैंक के 6 कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज के बाद कार्यवाही की जा रही है। शाखा प्रबंधक,समिति अध्यक्ष,उपाध्यक्ष,समित सदस्य,कम्प्यूटर आपरेटर और अन्य पासिंग वर्क कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की अनुशंसा की गयी है। डी आर ठाकुर ने बताया कि सेमरताल बचत बैंक के एक जनवरी 2015 से 31 जनवरी 2015 के बीच आडिट रिपोर्ट में भारी अनियमितता पायी गयी है। अनियमितता एक करोड़ से अधिक की है। रिपोर्ट मिलने के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दिया गया है।
उप-पंजीयक सहकारी संस्थाएं ने बताया कि जिले के कुल 12 समितियों की जांच चल रही है। कहीं से किसी प्रकार की अनियमितता की शिकायत मिलने और जांच में गड़बड़ी पाये जाने पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। ठाकुर के अनुसार सेमरताल में मद परिवर्तन किया गया है। किसानों के पैसे का दुरूपयोग किया गया है। यह अमानत मे खयानत का मामला बनता है। उन्होने बताया कि अन्य समितियों पर भी कार्यवाही हो सकती है। जिसमें घुटकू सहकारी बचत बैंक भी शामिल है।