बच्चों ने कलेक्टर के साथ मॉल में देखी फिल्म,वाटर पार्क में की मस्ती

Shri Mi
3 Min Read

बिलासपुर।सिल्वर स्क्रीन में मूवी देखते हुए बच्चे। सबके चेहरे पर चमक के साथ मॉल में पहली बार मूवी देखने का उत्साह। ऑडी में घुसते ही सबसे पहले सीट लेने की होड़। इंटरवल में सभी बच्चों के एक हाथ में पॉपकॉर्न और दूसरे में कोल्डड्रिंक। जिले के दूरस्थ इलाकों से आये स्कूली बच्चों के साथ ये सारे नजारे शायद पहली बार देखे गये। कलेक्टर पी दयानंद की अभिनव पहल पर सोमवार को मॉल में बच्चों को मूवी दिखाई गई। करीब 6 सौ बच्चों को मूवी दिखाने के लिये प्रशासन ने पीवीआर में तीन ऑडी बुक की।अमिताभ बच्चन की हालिया रिलीज फिल्म एक सौ दो नॉट आउट को देखते हुये बच्चों ने खूब इंज्वाय किया। इंटरवल के दौरान बच्चों से मिलने कलेक्टर पी दयानंद पहुंच गये। बच्चों से कलेक्टर ने मॉल में मूवी देखने का अनुभव पूछा। अधिकांश बच्चों ने बताया कि मॉल का नाम भर सुना था लेकिन अब तक देखा नहीं था।

हमेशा टीवी पर ही पिक्चर देखा करते थे। लेकिन आज पहली बार मॉल में फिल्म देखी। बच्चों ने कहा कि अब गांव वापस जाकर सभी दोस्तों को मॉल में फिल्म देखने के अनुभव बताएंगे। बिल्हा के सूरजमल में 10वीं में पढ़ने वाले छात्र विजय यादव ने बताया कि गांव में रहते हुए मॉल में फिल्म देखने की तमन्ना हमेशा से थी। जो आज कलेक्टर सर ने पूरी करवा दी। मूवी दिखाने के बाद कलेक्टर ने बच्चों को इंज्वॉय कराने के लिये वाटर पार्क भेजने की व्यवस्था की।

कलेक्टर दयानंद ने बच्चों से कहा कि आप सभी को यहां बुलाने का मकसद था कि आपकी गर्मी की छुट्टियां कुछ खास बनाई जाएं। मेरा उद्देश्य था कि आप गांव से निकलकर शहर की हर चीज से रूबरू हों। करियर का मार्गदर्शन भी लें और इंज्वॉय भी करें। शिविर के पांचवे दिन सिविल सर्विसेस की तैयारी पर कलेक्टर श्री पी दयानंद बच्चों का मार्गदर्शन करेंगे।

वाटर पार्क पहुंचते ही सभी बच्चों ने पानी में खूब मस्ती की। बच्चों ने कलेक्टर के साथ सेल्फी भी ली। बेमेतरा से 10वीं में पढ़ने वाले छात्र सुनील कुमार ने कहा कि ये मेरे लिये जीवन भर के लिये यादगार लम्हा है। करियर गाइडेंस शिविर के साथ मौज-मस्ती, मूवी, वाटर पार्क में नहाना ये सब गांव में रहते हुये सिर्फ कल्पनाएं ही लगती थीं। लेकिन कलेक्टर सर ने तो इतना इंज्वाय कराया कि कभी नहीं भूल पाएंगे।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close