VIDEO-बड़े आंदोलन की सुगबुगाहट…इकठ्ठा होने लगे बिलासपुरिया…हवाई सेवा के लिए क्रमिक धरना प्रदर्शन..किया आंदोलन का एलान

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- बिलासपुर को जो कुछ हासिल हुआ…उसकी जड़ में आंदोलन की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। चाहे रेलवे जोन हो या एनटीपीसी…एसईसीएल हो या फिर केन्द्रीय विश्वविद्यालय की मांग। बिलासपुर ने आंदोलन के ही दम पर हाईकोर्ट पाया। इसी क्रम में एक बार फिर आंदोलन की सुगबुगाहट आने लगी है। बिलासपुर के गणमान्य और विभिन्न दलों के नेता,अधिवक्ता और समाजसेवियों ने चकरभाठा हवाई सेवा की मांग को लेकर राघवेन्द्र राव सभा भवन के सामने पहले दिन धरना प्रदर्शन किया। इसी के साथ एलान भी किया कि यह आंदोलन क्रमिक होगा। जरूरत के अनुसार इसे व्यापक किया जाएगा। प्रक्रिया तब तक चलेगी जब तक चकरभाठा हवाई पट्टी से प्लेन उड़ना शुरू नहीं हो जाता है।
                        रूप चौदस के दिन हवाई सेवा की मांग को लेकर बिलासपुर के गणमान्य लोगों ने राघवेन्द्र सभा भवन के सामने धरना देने के साथ क्रमिक प्रदर्शन का एलान किया। धरना प्रदर्शन में कांग्रेस,भाजपा नेताओं समेत अधिवक्ताओं ने भी हिस्सा लिया।
                                            कांग्रेस नेता रामशरण यादव ने कहा कि प्रदेश में बिलासपुर दूसरा बड़ा शहर है। यहां जोन,एसईसीएल,एनटीपीसी,केन्द्रीय विश्ववदियालय सब कुछ है। बावजूद इसके यहां हवाई सेवा नहीं है। ऐसा नहीं है कि बिलासपुर में हवाई सेवा की व्यवस्था नहीं थी। पहले भी थी लेकिन किसी प्रकार के ठोस प्रयास नहीं होने के कारण बिलासपुर में हवाई सेवा खत्म हुई। अब तो बहाना पर बहाना बनाकर हवाई सेवा को टाला जा रहा है। यहां तक हाईकोर्ट ने भी कहा…लेकिन आज तक हवाई सेवा की शुरूआत नहीं हुई।
                 हाईकोर्ट अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव ने बिलासपुर के महत्व की जानकारी दी। उन्होने बताया कि अंग्रेजी काल से ही बिलासपुर क्षेत्र का बड़ा और महत्वपूर्ण शहर रहा है। यहां डीसी बैठा करते थे। लेकिन आजादी के बाद बिलासपुर की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। देखते ही देखते बिलासपुर पिछड़ता गया। सुदीप ने बताया कि 1988 में बिलासपुर से भोपाल वायुदूत की सेवा हुआ करती थी। 1994 बिलासपुर से भोपाल के बीच अर्चना एअर वेज की सुविधा थी। लेकिन बाद में बन्द हो गया। पिछले 19 साल से आवेदन निवेदन कर रहे हैं। लेकिन हो कुछ नहीं रहा है। जबलपुर से बेहतर हवाई पट्टी चकरभाठा में है। लेकिन आज तक हवाई सेवा शुरू नहीं हुई। अब हम धरना प्रदर्शन करेंगे। जरूरत पड़ी तो उग्र आंदोलन भी करेंगे। क्योंकि ने हमने अपना अधिकार लड़कर पाया है।सुदीप ने यह भी बताया कि चकरभाठा हवाई पट्टी इतना बड़ा है कि ATR/bombdyr हवाई जहाज़ को भी उतारा जा सकता है।
                               भाजपा नेता सुशांत शुक्ला ने बताया कि रोज सुबह 10 बजे से 12 बजे तक राघवेन्द्र राव सभा भवन के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे। गुजरात मे प्रत्येक 125 की दूरी में 4 एयरपोर्ट है। जामनगर और राजकोट के बीच की दूरी मात्र 90 km है । छत्तीसगढ़ में मात्र 1 एयरपोर्ट होने से उत्तर छत्तीसगढ़ के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बिलासपुर में रेलवे ज़ोन, एनटीपीसी, केंद्रीय विश्वविद्यालय, अपोलो हॉस्पिटल, एसईसीएल और हाई कोर्ट होने बाद भी बिलासपुर के नागरिकों के साथ अन्याय हो रहा है।   सुशांत ने बताया कि 4965 फ़ीट का रनवे उपलब्ध है।

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